पीयूष बाजपेयी/एके बड़ेरिया, मंडला। मंडला के जंगल में बसे गांव खुर्द कोबरी में पूरी तरह जैविक खेती करने वाले आदिवासी किसान अमर सिंह की रागा धान अब पश्चिम बंगाल वालों को भी मिलेगी। अब मुंबई से पूना और दिल्ली से बेंगलुरू तक इसी तरह के दूसरे जैविक प्रोडक्ट आसानी से पहुंचेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि मंडला की जैविक खेती के प्रोडक्ट लेने के लिए देश की नामी गिरामी कंपनियों ने रुचि...
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चीनी की कम होती मिठास - के सी त्यागी
जनसत्ता 14 अक्तूबर, 2014: महाराष्ट्र की चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आत्महत्याओं का जिक्र करते हुए उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने अपनी चुनावी रैलियों में स्वीकार किया कि प्रतिवर्ष लगभग सैंतीस सौ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, मगर दूसरी तरफ उन्होंने राज्य सरकारों द्वारा दिया जाने वाला (समर्थन मूल्य के अतिरिक्त) बोनस रोकने का फैसला किया है। केंद्रीय खाद्यमंत्री रामविलास पासवान ने...
More »मध्यप्रदेश में बिना बोनस होगी धान की खरीदी
भोपाल (ब्यूरो)। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी इस बार बोनस के बिना होगी। राज्य सरकार प्रति क्विंटल डेढ़ सौ रुपए समर्थन मूल्य के ऊपर बोनस देती आई है पर केन्द्र के ऐतराज के बाद खरीदी नीति में इसका जिक्र तक नहीं है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा घोषित नीति के मुताबिक तीन नवंबर से 25 जनवरी तक कॉमन धान 1360 और ग्रेड ए 1400 रुपए प्रति क्विंटल की...
More »आेपन टेंडर से ही खरीदे जाएं बीज, मंत्रालय ने राज्यों के लिए जारी की गाइडलाइंस
चंडीगढ़। कृषि मंत्रालय ने केंद्र की सब्सिडी के सही इस्तेमाल को यकीनी बनाने के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं। इसमें सभी राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि केंद्र की सब्सिडी होने पर जो भी खरीदारी हो रही है, इसके टेंडर मंगाए जाएंगे। इसके साथ ही अब किसी भी बीज या दवा का स्पेशल ब्रांड नहीं होगा, बल्कि जैसे गेहूं का बीज चाहिए तो सिर्फ बीज का उल्लेख होगा। इसमें...
More »बिहार-झारखंड धान उत्पादन के नये अगुवा
एक समय था जब भारत इतना भी गेहूं-चावल नहीं उगा पाता था कि अपने लोगों का पेट भर सके. लेकिन दौर बदला और 60 के दशक में आयी हरित क्र ांति से भारत के भंडार अनाज से भरने लगे. इस सफलता में अगर सबसे ज्यादा पसीना किसी का बहा, तो वो थे पंजाब और हरियाणा के किसान. उत्तर-पश्चिमी भारत के ये छोटे राज्य अपने मेहनतकश किसानों के बूते पूरे भारत...
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