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अंगदान और सामाजिक पूर्वग्रह- सुभाष गताडे

जनसत्ता 20 अक्टुबर, 2012: दिल्ली के एक अग्रणी अस्पताल में पिछले दिनों एक अलग किस्म के सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। महज सत्रह साल की उम्र में दुर्घटना की शिकार हुई पायल (बदला हुआ नाम)- जिसे डॉक्टरों ने ब्रेन-डेड घोषित किया था उसके माता-पिता इस समारोह के केंद्र में थे, जिनके बेहद कठिन निर्णय से तीन लोगों की जिंदगी बची और दो लोगों की दृष्टि वापस लौटी। निश्चय ही उनके लिए...

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पैसे के अभाव में महिला ने झोपड़ी में जन्मा बच्चा

लावालौंगः अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लावालौंग में नर्स द्वारा प्रसव कराने के लिए पैसा लिया जाता है. गरीब लोग पैसे के अभाव में केंद्र से वापस लौट जाते हैं. ऐसा ही एक मामला सोमवार को प्रकाश में आया. रीमी पंचायत के कोटारी गांव निवासी बासुदेव गंझू की पत्नी ममता देवी प्रसव कराने सोमवार को स्वास्थ्य केंद्र पहुंची. नर्स कुसुमलता एवं सुनीला कुमारी ने प्रसव कराने के बदले 500 रुपये मांगी, पैसे...

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जन्म देना भी यहां मौत से खेलना है ।।पुष्यमित्र।।

झारखंड ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के मिशन डायरेक्टर अबूबकर सिद्दीकी से जब झारखंड की सेहत का हाल पूछा जाता है तो वे भवनों का अभाव और मैन पावर की कमी का रोना लेकर बैठ जाते हैं. निश्चित तौर पर गांवों और प्रखंड मुख्यालयों में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं का न होना एक बड़ी समस्या है जो झारखंड के ग्रामीणों को सरकारी चिकित्सा व्यवस्था से दूर करते हैं और एक बड़ी आबादी ओझा और...

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122 साल की समतुल निशा का इंतकाल

जमशेदपुर : देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नजदीकी रहे महरूम ताजुद्दीन खान की बेवा समतुल निशा का 122 साल (परिवारवालों के अनुसार) की उम्र में मंगलवार को इंतकाल हो गया. समतुल निशा के शव को जाकिरनगर कब्रिस्तान में सुपूर्द-ए-खाक किया गया. आजादी की जंग में जहां ताजुद्दीन ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के साथ मिलकर अंगरेजों के खिलाफ संघर्ष किये थे वहीं देश के जवाहरलाल...

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होम्योपैथी से जनसेवा करते डॉ दास

फारबिसगंज : फणीश्वरनाथ रेणु की धरती है फारबिसगंज. वर्षो से यहां साहित्य की धारा बही है. इस क्षेत्र के ही एक ख्यातिप्राप्त डॉक्टर हैं, डीएल दास. 64 वर्षीय दास ने होम्योपैथी चिकित्सा से हजारों मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया है. इस उम्र में भी वह होम्योपैथिक दवाइयों पर रिसर्च कर रहे हैं. साथ ही वह रडार होम्योपैथी सॉफ्टवेयर जैसी आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. डॉ डीएल दास का पूरा नाम...

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