दुनियाभर के पर्यावरण विशेषज्ञ 2014 को अलनीनो का साल मान रहे हैं. अगर सच में यह साल अलनीनो के प्रभावों वाला होगा, तो यह भारत सहित समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए चिंताजनक स्थिति बन सकती है. भारतीय मौसम विभाग ने भी इस साल मॉनसून में कमी का अनुमान जताया है. अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर नजर डाल रहा है आज का नॉलेज. पर्यावरण के गंभीर खतरों के बीच...
More »SEARCH RESULT
जिले में 2 लाख पौधों का रोपण निजी क्षेत्र में
कमल मानधन्या, सतवास। जंगलों की सुरक्षा के लिए प्रदेश शासन द्वारा आम नागरिकों और किसानों को उनकी मूलभूत सुविधा देकर जंगल की सुरक्षा की जाएगी। इससे जंगल पर भार नहीं पड़ेगा। इस योजना में जलाऊ, इमारती, फलदार, चारा प्रजाति के पौधों का रोपण होगा। इसके तहत पूरे प्रदेश में जुलाई माह में 1 करोड़ 11 लाख संबधित हितग्राही की मांग अनुसार विभिन्ना प्रजाति के पौधों का रोपण एक साथ किया...
More »आग से दहक रहा जंगल, जिम्मेदारों का लापरवाह रवैया
नरसिंहपुर। जिले की सीमा से लगे सागर वन क्षेत्र के तहत आने वाले नौरादेही अभ्यारण्य परिक्षेत्र में सुलग रही आग से जिले के जंगल को भी खतरा बना है। लेकिन अभ्यारण्य के अधिकारियों द्वारा आग को काबू करने कोई प्रबंध न किए जाने से वन क्षेत्र में लगातार नुकसान बढ़ रहा है। यहां सागौन की अवैध कटाई भी अरसे से हो रही है जिससे यह भी कहा जा रहा है...
More »जल प्रबंधन से बन गयी अंतरराष्ट्रीय पहचान- राहुल सिंह
वे अखबार नहीं पढ़ सकते. दो-चार पांच पंक्तियां लिख नहीं सकते. अगर कोई सामान्य बात भी लिखवाना हो तो किसी दूसरे की मदद लेते हैं. किसी तरह अपना हस्ताक्षर कर लेते हैं या एकाध टूटी-फूटी पंक्ति लिख लेते हैं. लेकिन उन पर दुनिया के प्रख्यात विश्वविद्यालय कैंब्रिज के छात्र भी शोध करते हैं. अपनी पीएचडी की थिसिस में उनके कार्यो व पर्यावरण संरक्षण के साथ ग्रामीण विकास के लिए उनके...
More »साक्षात्कार:पर्यावरण को लेकर सरकार व समाज हो जागरूक
जंगल, जमीन हवा आदि प्रदूषित होते जा रहे हैं. धरती से लेकर आकाश तक कचरों को ढेर लगता जा रहा है. इसे लेकर दुनिया भर में चिंता व्यक्त की जा रही है. यह परिस्थिति कितनी गंभीर है और इससे कैसे निबटा जा सकता है, इन विषयों पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरणविद डॉ अरविंद कुमार से संदीप कुमार ने बातचीत की. डॉ कुमार मगध विश्वविद्यालय, बोध गया व विनोवा भावे विश्वविद्यालय...
More »