गंगा को लेकर संतों और खनन माफिया के बीच छिड़ी लड़ाई में उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने एक नहीं बल्कि बार-बार और खुल्लमखुल्ला खनन माफिया का साथ दिया है. स्वामी निगमानंद की मौत के पीछे का सच सामने लाती आशीष खेतान और मनोज रावत की विशेष पड़ताल बाबा रामदेव को ध्यान खींचने की कला आती थी. स्वामी निगमानंद के पास यह हुनर नहीं था. इसलिए एक ओर रामदेव विदेशों में जमा...
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बालश्रम का कलंक- निशिकांत ठाकुर
आजादी के छह दशक बीत जाने के बाद भी जो बातें भारत के लिए शर्म की बड़ी वजह बनी हुईं हैं बालश्रम को अगर उनमें सबसे ऊपर रखा जाए तो गलत नहीं होगा। आज भी हमारे देश में करोड़ों बच्चे खेलने-कूदने और पढ़ने-लिखने की उम्र में खेतों से लेकर होटलों और खतरनाक उद्योगों तक में अत्यंत विकट परिस्थितियों में जीतोड़ मेहनत करने के लिए मजबूर हैं। बेफिक्री की उम्र में ही उनके ऊपर इतनी...
More »मुद्दा: लोकपाल पर लोक मत
क्या प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में रखा जाना चाहिए और क्या लोकपाल को किसी के प्रति जवाबदेह बनाया जाना चाहिए सवालों पर हमने विभिन्न क्षेत्र के ख्यातिलब्ध हस्तियों की राय जानी जो इस प्रकार है। प्रधानमंत्री को लोकपाल के अधीन होना चाहिए। स्वच्छ और पारदर्शी व्यवस्था के लिए ऐसा होना बेहद जरूरी है। लोकपाल को जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। उसे जनता द्वारा ही चुना जाना चाहिए।...
More »राजनीतिक दल तय करें कि कैसा है प्रारूपः हजारे
मुम्बईः जन लोकपाल विधेयक के माध्यम से बिना जवाबदेही वाली समानांतर सरकार बनाने तथा संविधान के मूल ढांचे का उल्लंघन करने जैसी आलोचनाओं का जवाब देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आज कहा कि यह सभी राजनीतिक दलों को तय करना चाहिए कि क्या सच में ऐसा है. हजारे ने कहा, ‘‘हमने सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से संपर्क करने तथा उन्हें सरकारी प्रारूप और अपना प्रारूप दिखाने का निर्णय...
More »खाद्य वस्तुओं की सट्टेबाजी रोकने के लिए समझौता
पेरिसः विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के कृषि मंत्री सट्टेबाजी पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई करने पर सहमत हुए हैं. सट्टेबाजी को कृषि जिंसों की मूल्य वृद्धि का प्रमुख कारण समझा जाता है जिसका असर उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ता है तथा समाज में अशांति पनपती है. अमेरिकी कृषि मंत्री टॉम विलसाक ने बयान में कहा, भूख से निबटने तथा खाद्य वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव को रोकने के...
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