नई दिल्ली। देश में रबी फसल में हुई गेहूं की बंपर पैदावार सरकार के लिए समस्या बनती जा रही है। इसका भंडारण उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि अब वह गेहूं आयात पर कर लगाने पर विचार करने लगी है। ऐसा करके वह गेहूं के बढ़ते स्टाक पर अंकुश लगाना चाहती है। गेहूं आयात पर कर लगाने के लिए इस महीने मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक होने की उम्मीद है। मई...
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पंचायतों के हवाले डीजल चालित 1357 नलकूप
पटना राज्य सरकार ने नाबार्ड फेज 8 के तहत गाड़े गए 1357 डीजल चालित राजकीय नलकूपों को पंचायतों को सौंप दिया है। इससे होने वाले पटवन का ब्योरा विभाग को अनुपलब्ध है। लघु जल संसाधन विभाग के अनुसार डीजल चालित होने के कारण पटवन शुल्क अधिक होने के कारण किसान पूर्ण लाभ नहीं उठा रहे हैं। नलकूपों को बिजली उपलब्ध होने पर पटवन शुल्क कम होने की स्थिति में किसानों द्वारा अधिक रकबा में...
More »जीन का जिन्न-- देविंदर शर्मा
एक बार जीन बाहर आ जाए तो इसे रोकने का कोई रास्ता नहीं है. इसका लंबे समय से डर था. सामाजिक कार्यकर्ता और सजग वैज्ञानिक इसकी चेतावनी दे चुके थे, किंतु सरकार ने आंखें मूंदे रखीं. अब डर सच साबित हो चुका है. इसने पर्यावरण प्रदूषण के एक और विनाशकारी रूप-जीन प्रदूषण पर चिंता बढ़ा दी है. जीएम धान दिल्ली के एक अनुसंधान संगठन 'जीन कैंपेन' ने पता लगाया है कि बीज कंपनी...
More »किसान मरे नहीं तो क्या करे--- देविंदर शर्मा
भारत में किसानों की आत्महत्या को लेकर छिड़ी बहस के बीच अमरीका में किसानों को अनुदान दिए जाने के बारे में एक दिलचस्प रिपोर्ट आई. 1997 से 2008 के बीच भारत में करीब दो लाख किसानों ने बढ़ते कर्ज के कारण होने वाले अपमान से बचने के लिए अपनी जान देने का आत्मघाती कदम उठाया. इन किसानों को सरकार से किसी प्रकार की सीधी सहायता नहीं मिली थी. अमरीका ने 1995...
More »कृषि बीमा कंपनी ने दिया 46.9 करोड़ रुपये का फसल बीमा राशि
भुवनेश्वर। वर्ष 2009 खरीफ फसल बीमा के लिए उड़ीसा स्टेट को-आपरेटिव बैंक को भारतीय कृषि बीमा कंपनी की ओर से 46.9 करोड़ रुपये का चेक प्रदान किया गया है। सचिवालय में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की उपस्थिति में संपृक्त चेक बीमा कंपनी की ओर से बैंक को प्रदान किया गया। गौरतलब है कि 2009 खरीफ ऋतु में राज्य के 10 लाख किसानों ने बीमा कराया था। जिसमें से फसल नष्ट होने के चलते लगभग 1...
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