गुवाहाटी। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं लेकिन शायद ही किसी ने सोचा हो कि यह पूर्व जन्म के पापों की वजह से होती है। कोई और इस बात को माने या ना माने लेकिन असम के स्वास्थ्य मंत्री का तो यही मानना है। दरअसल राज्य के मंत्री हेमत बिस्वा ने कैंसर को लेकर दिए अपने बयान में कहा है कि कैंसर होना या एक्सिडेंट...
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संपत्ति में स्त्री के हिस्से की हकीकत-- प्रदीप श्रीवास्तव
महिलाओं को निजी संपत्ति में हिस्सा देने की बहस काफी पुरानी है। हमारे देश में स्वतंत्रता संग्राम के साथ ही यह बहस तेज हो गई थी। ब्रिटिश राज और उससे आजादी के बाद समय-समय पर कानून बनाए गए हैं, जो महिलाओं को निजी संपत्ति का अधिकार तो देते हैं, लेकिन समाज में पुरुष प्रधान सोच के कारण कानून पंगु बना रहा। वर्तमान समय में फैक्टरी, कार्यालय, खेत या घर- हर...
More »परदेसी मीडिया का पूर्वाग्रह-- तवलीन सिंह
पिछले सप्ताह न्यूयार्क टाइम्स में एक लेख छपा था, जिसे पढ़ कर कई भारतीयों का खून खौलने लगा। मेरा भी। इसलिए कि इतना बकवास लेख में मैंने पहली बार पढ़ा होगा। लेखक भारतीय मूल का था शायद, लेकिन इतना भी नहीं जानता था कि हर हर महादेव का मतलब यह नहीं है कि हम सब शिव हैं। यही एक गलती होती इस लेख में तो उस पर लिखने की जरूरत...
More »'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ फिर उनसे झाड़ू पोंछा कराओ'
राजस्थान सरकार की एक मासिक पत्रिका में स्वस्थ रहने के लिए महिलाओं को आटा चक्की चलाने और घर में झाड़ू पोंछा करने का सुझाव देने पर विवाद हो गया है. सरकार की शिक्षकों के लिए निकलने वाली पत्रिका 'शिविरा' में स्वस्थ रहने के सरल उपाय प्रकाशित किए गए हैं. इन्हीं में सुझाव दिया गया है, "स्त्रियां चक्की पीसना, बिलौना बिलोना, पानी भरना, झाड़ू-पोंछा लगाना आदि घर के कामों में भी अच्छा व्यायाम...
More »शेल कंपनियां और भ्रष्टाचार की कहानी - 1/ हरिवंश
यह महज संयोग था, दक्षिण से दिल्ली लौटा था. शेल कंपनियां की खबरें, पहली बार पढ़ा-सुना. एक चार्टर्ड एकाउंटेंट मित्र से बुनियादी जानकारी ली. समझा. इस विषय को राज्यसभा में उठाने के लिए शून्यकाल में नोटिस दिया. दो-बार. अंतत: स्वीकृत हुआ. उपराष्ट्रपति जी (तत्कालीन) से मिल कर विषय का महत्व बताया. शायद, राज्यसभा में इस विषय पर तब यह पहली चर्चा थी. 22 मार्च 2017 को शून्यकाल में उसे उठाने...
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