जागरण ब्यूरो भोपाल, 6 सितंबर। मध्यप्रदेश में आदिवासी राजनीति एक बार फिर गरमा रही है। भाजपा के आदिवासी नेता अगले माह भोपाल में एक मंच पर एकत्रित हो रहे हैं। इस मंच पर आदिवासी अपने हकों की लड़ाई लड़ने का एलान करेंगे। आदिवासी नेताओं को एक मंच पर लाने का काम अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद द्वारा किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के विभाजन के बाद से ही यह...
More »SEARCH RESULT
यमुना एक्सप्रेस वे: परियोजना की वापसी को धरना
अलीगढ़ [जागरण संवाददाता]। यमुना एक्सप्रेस वे टाउनशिप प्रोजेक्ट रद होने के बाद भी विवाद ठंडा पड़ता नहीं दिख रहा है। परियोजना का विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन भले ही समाप्त हो गया है, लेकिन अब परियोजना की वापसी को लेकर दूसरा आंदोलन शुरू हो गया है। क्षेत्र विकास संघर्ष समिति के बैनर तले लोग रविवार को टप्पल में धरने पर बैठ गए। समिति के सदस्यों ने टाउनशिप परियोजना की वापसी...
More »बिल के पास नहीं होने से सिब्बल दुःखी
नयी दिल्लीः मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल काफी गुस्से में हैं. कारण कि उनका शिक्षा में सुधार के लिए पेश किया गया बिल- ''''द एडुकेशन ट्रिब्यूनल बिल'' राज्य सभा में पारित नहीं हो सका. इस बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से शिकायत की है तथा अब उनकी मंशा पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी से मिलने की है. बिल के मामले में उनका मुख्य विरोधी उनके अपनी ही पार्टी के के...
More »सूचना का अधिकार बना हथियार- अशीष कुमार अंशु
कमलेश कामत अमही प्रखंड मधुबनी, बिहार के रहने वाले हैं. सूचना के अधिकार से उनका परिचय अभी नया-नया है. वे समझ नहीं पा रहे हैं कि हाल में जब प्रखंड कार्यालय से उन्होंने पंचायत में होनेवाले विकास संबंधी कायरें में हो रहे व्यय का ब्योरा मांगा तो क्यों पंचायत से लेकर ब्लॉक तक में उनकी इज्जत पहले से कई गुना बढ़ गयी. पहले जो बीडीओ उन्हें अपने आस-पास भी फ़टकने...
More »यह सिर्फ़ अनाज का सड़ना नहीं है- कृष्णप्रताप सिंह
1.लूट की आंधी-तूफ़ान की तरह आ रही खबरों ने सरकारी अनाज के गोदामों के बाहर सड़ने की खबरों से लोगों का ध्यान हटा दिया. 2.गैरजिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात करनेवाले कृषि मंत्री अब कह रहे हैं कि ज्यादा अनाज सड़ा ही नहीं. 3.जिस मात्रा को वे तुच्छ बता रहे हैं वह कुल भंडारित अनाज का कम से कम 15 प्रतिशत तो है ही. न्याय का सामान्य-सा नियम है कि एक अपराध को...
More »