124वें संविधान संशोधन विधेयक से यह बात साफ हो गई है कि इस सरकार को ऐसे क़दम उठाने में महारत हासिल हो गई है, जो उन्हीं लोगों को ले डूबते हैं, जिनके पक्ष में इनकी घोषणा होती है. नोटबंदी के शुरू में आम लोगों का बड़ा हिस्सा इस आनंद में डूब-उतरा रहा था कि काले धन वालों की फजीहत हो गई. मगर बाद में पता चला कि फजीहत तो उनकी हुई...
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दिल्ली: सीवर की सफाई के दौरान लापता हुए 37 वर्षीय व्यक्ति की मौत
नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर में सीवर लाइन साफ करने गए एक सफाईकर्मी की दम घुटने से मौत हो गई है. 37 वर्षीय किशन रविवार दोपहर तीन बजे सीवर की सफाई करने भीतर गए थे, लेकिन कुछ ही देर के बाद वो लापता हो गए, जिसके बाद प्रशासन ने राहत कार्य के तहत उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी मौत हो गई. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, उत्तरी...
More »पोषण और अंडे का संघर्ष- ज्यां द्रेज
बच्चों को लेकर भारत में एक बड़ा विरोधाभास दिखायी देता है. एक तरफ, घर में बच्चों को बहुत प्रेम किया जाता है. दूसरी तरफ, लोक-नीति में बच्चों पर बहुत कम ध्यान दिया जाता है. आज भी गरीब बच्चों को न सही शिक्षा मिल रही है, न स्वास्थ्य सुविधा और न ही पोषण. इसके कारण बांग्लादेश और नेपाल की तुलना में भारत के बाल विकास से संबंधित आंकड़े कमजोर हैं. इससे...
More »उत्तर प्रदेश: हिरासत में दलित की मौत..
अमरोहा: उत्तर प्रदेश के अमरोहा में पुलिस हिरासत में दलित युवक बालकिशन जाटव उर्फ बाली की मौत के मामले में हत्यारोपित पुलिसकर्मियों की तत्काल गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को लखनऊ के विवेक तिवारी हत्याकांड की तर्ज पर मुआवजा राशि व सरकारी नौकरी की मांग को लेकर दलित संगठनों ने शनिवार को महापंचायत की. इससे पहले शुक्रवार को अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग की टीम की सदस्य साध्वी गीता से बालकिशन की पत्नी कुंती...
More »सक्रिय अदालत के बेमिसाल फैसले-- कमलेश जैन
इस साल अदालतों की सक्रियता खूब दिखी। ऐसे कई फैसले आए, जो ऐतिहासिक साबित हुए। इन फैसलों से यह खासतौर से लगा कि न्यायालय महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिलाने और समाज में फैली असमानता को दूर करने को लेकर काफी गंभीर है। हालांकि उसकी यह गंभीरता पहले भी कई बार दिखी है। जैसे, शीर्ष अदालत ने ही बलात्कार के मामलों में पीड़िता को दोषी मानने वाले प्रावधान खत्म...
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