हिंसा तुरंत दिख जाती है, लेकिन हिंसा को पालने-पोसनेवाली संरचनाएं अक्सर अलक्षित रह जाती हैं. कावेरी नदी के पानी के बंटवारे के मसले पर फिलहाल कर्नाटक में यही हो रहा है. टीवी के पर्दे और अखबार के पन्ने पर कर्नाटक के किसानों का गुस्सा दिख रहा है. उनके उग्र प्रदर्शन के बीच बेंगलुरु-मैसूर हाइवे जाम है. बसें नहीं चल रहीं, दुकानें बंद हैं. हालात को बेकाबू होने से बचाने के...
More »SEARCH RESULT
बाढ़ के पानी में है जलसंकट का समाधान-- अनिल जोशी
दुनिया की बड़ी चर्चाओं में पानी और पर्यावरण दो प्रमुख मुद्दे हैं। वैसे पानी भी पर्यावरण का ही हिस्सा है पर अब यह सालभर चर्चाओं में रहता है। गर्मी आते ही देश-दुनिया में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है और इसके जाते ही पानी-पानी से त्राहि मच जाती है। इस बार देश के 11 राज्यों के 33 करोड़ लोगों ने सीधे पानी की मार झेली है। इससे पहले जलसंकट...
More »52करोड़ की योजना में हुआ 100 करोड़ का घोटाला !
गया: नगर निगम बोर्ड की बुधवार की बैठक विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में गड़बड़ी व अनियमितता पर केंद्रित रही. बैठक की शुरुआत में ही वार्ड नंबर-36 के पार्षद चितरंजन प्रसाद वर्मा व वार्ड नंबर-18 के पार्षद बृजभूषण प्रसाद ने आवास योजना में घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि आइएचएसडीपी व राजीव आवास योजना में अधिकारियों व नेताओं की मिलीभगत से 100 करोड़ का घोटाला किया गया है. इस योजना के...
More »RO प्लांट की स्थापना के लिए नाबार्ड ने पंजाब के लिए आवंटित किए 177 करोड़ रुपए
चंडीगढ़: नाबार्ड ने 843.75 किलोमीटर जलमार्ग बनाने और पानी को साफ करने के लिए रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) संयंत्र की 176.68 करोड़ रुपए का ऋण आवंटित किया है। जलमार्ग बनने से किसानों को जलापूर्ति हो सकेगी राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा यहां जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि नाबार्ड ने मुक्तसर जिले में नहरों के मुख्य जलमार्ग बनाने और 546 गांवों में 555 आरओ संयंत्र स्थापित करने के...
More »हिमालय का बिगड़ता मिजाज--- ममता सिंह
हिमालय की अनदेखी शुरू से ही हो रही है। बार-बार केंद्र पर निर्भर हिमालयी राज्यों का तंत्र हिमालय की गंभीरता और हिमालय से चल सकने वाली स्थायी जीवन शैली और जीविका को भी भुलाते जा रहे हैं। आयातित परियोजनाओं ने हिमालय में अतिक्रमण, प्रदूषण और आपदा की स्थिति पैदा कर दी है जिसके फलस्वरूप हिमालय टूट रहा है। हिमालय न केवल भारत, बल्कि दक्षिण एशिया के सभी देशों के लिए जल...
More »