-आउटलुक, देश में कोरोना वायरस का कहर थमता नहीं दिख रहा है। हर दिन औसतन इस महीने में 60 कोरोना के नए केस सामने आ रहे हैं। हालांकि, इस बीच अच्छी बात यही है कि रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 61 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 863 लोगों की मौतें हुई हैं। हालांकि, पिछले...
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कोरोना वायरस: देश में एक दिन में ठीक हुए सबसे ज्यादा 56,110 मरीज, रिकवरी रेट हुआ 70%
-आउटलुक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि बीते 24 घंटे में अब तक सबसे ज्यादा मरीज कोरोना मुक्त हुए हैं। सरकार की ओर से बताया गया कि बीते एक दिन में देश में 56,110 लोग ठीक हुए हैं। इसके साथ ही देश के रिकवरी रेट में भी बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल देश का...
More »क्या कमज़ोर हो रहा है लोकतंत्र और सरकार के सामने झुक रहा है भारतीय मीडिया?
-बीबीसी, बीते शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद में दिए एक वर्चुअल भाषण में कहा था कि 'भारत ने कोविड-19 के ख़िलाफ़ लड़ाई को एक जनआंदोलन बना दिया है'. मोदी के इस बयान को भारतीय मीडिया में ख़ूब कवरेज मिली, लेकिन हैरत की बात ये है कि किसी ने भी प्रधानमंत्री के दावों को चुनौती नहीं दी. ये अलग बात है कि भारत में संक्रमण...
More »सोशल मीडिया पर कोरोना का ‘पीक’ आकर जाने की बात पर न करें यकीन, इस वायरस का कोई भरोसा नहीं
द प्रिंट, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोविड-19 के मामलों की स्थिति पहले से बेहतर है. उन्होंने लोगों से लापरवाही न बरतने की अपील की और कहा कि आने वाले दिनों में कोरोनावायरस कौन सा रूप लेगा ये किसी को नहीं पता. केजरीवाल ने कहा, ‘कुछ जानकार सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि दिल्ली में पीक आकर चला गया है. लेकिन मेरी गुज़ारिश है किसी तरह...
More »फैक्ट चैक : कोरोनावायरस लॉकडाउन में मोदी सरकार के दस बड़े झूठ
-कारवां, 24 मार्च को जब केंद्र सरकार ने नोवेल कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की तो सरकार के प्रतिनिधियों और मंत्रियों ने अपनी राजनीति को सही ठहराने और आलोचना से पल्ला छुड़ाने के लिए जनता के बीच लगातार आधी-अधूरी और झूठी बातें प्रचारित की. अधिकारियों ने जो दावे किए उनमें से कई जमीनी रिपोर्टों से मेल नहीं खाते. देश के कई हिस्सों में भूख और भुखमरी...
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