SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 365

किसानों को दिया संक्रमित बीज, 250 एकड़ की फसल खराब

रायपुर। आरंग तहसील की 250 एकड़ भूमि में बोई गई दुर्गेश्वरी बीज की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है। सरकार ने 70 किसानों को बीज के प्रचार-प्रसार के लिए बीज निगम के माध्यम से बीज की सप्लाई की थी, लेकिन समय से पहले बाली आने के बाद दाने झड़ गए, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है और उनकी साल भर की मेहनत खराब हो गई है। पीड़ित 70...

More »

आम आदमी की थाली से बाहर हुई दालें

जयपुर. दालें आम आदमी की थाली से बाहर हो गई हैं। एक सप्ताह के दौरान इनकी कीमतें दस रुपए से चालीस रुपए प्रति किलो तक उछल गई हैं। रिटेल कीमतों की बात करें तो उड़द दाल के भाव 140 रुपए किलो और अरहर दाल के 150 रुपए प्रति तक पहुंच गए हैं। व्यापारियों के मुताबिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु तथा महाराष्ट्र में खराब मानसून से खरीफ में दलहन की पैदावार बुरी...

More »

बैतूल : फसल खराब होने के बाद कर्ज से परेशान किसान ने पिया जहर

बैतूल। जिले में किसान फसल बरबाद होने से बेहद परेशान हैं और एक सप्ताह में दूसरे किसान ने आज सुबह खुदकुशी करने का प्रयास किया। किसान पर साढ़े चार लाख रुपए का कर्ज था और उसकी फसल खराब हो गई थी जिससे वह परेशान चल रहा था। जानकारी के मुताबिक आठनेर ब्लॉक में ग्राम अक्कलवाडी के किसान ताराचंद पिता नामदेव झाडे 40 वर्ष ने आज सुबह घर में कीटनाशक दवा पी...

More »

कॉटन पर व्हाइट फ्लाई की मार, मुआवजे की मांग लेकर सड़कों पर किसान

बठिंडा। सफेद मक्खी के कारण खराब हुई फसल का मुआवजा लेने के लिए पिछले पांच दिनों से बठिंडा में धरने पर बैठे किसानों ने सोमवार को शहर में रोष मार्च निकाला। किसानों ने राजिंदरा कॉलेज से लेकर डबवाली रोड पर खेतीबाड़ी विभाग के अफसर के दफ्तर तक रोष मार्च निकाला। किसानों के हुजूम ने एक तरफ की रोड को पूरी तरह से जाम कर दिया। इस कारण डबवाली और मानसा...

More »

30 साल के सबसे बड़े सूखे जैसे हालात, घट सकती है GDP की ग्रोथ रेट

नई दिल्ली। अल नीनो की वजह से कमजोर होते मानसून ने देश के कई इलाकों में सूखे जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। ऐसे में लगातार दूसरे साल फसलों के लिए मौसम प्रतिकूल हो गया है। इसका सीधा असर प्रोडक्शन से लेकर इकोनॉमी पर पड़ने की आशंका है। ऐसा इसलिए है, क्‍योंकि करीब 30 साल बाद लगातार दूसरे साल सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इकोनॉमिस्ट के अनुसार अगर स्थिति...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close