नई दिल्ली। मुंबई में हो रही भारी बारिश ने जहां सुर्खियां बनी हुई है। वहीं देश में मानसून अब तक कमजोर रहा है। इसी वजह से राष्ट्रीय स्तर पर बारिश 9 फीसद कम हुई है। इससे खरीफ की फसलों की बोवनी पर असर पड़ा है। उत्तरप्रदेश और गुजरात में तो अब तक सामान्य बारिश हुई है, मगर भारत के उत्तर और पूर्वी राज्यों में बारिश कम हुई है। इसके अलावा दक्षिण...
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मौसम विभाग के सारे पूर्वानुमान फेल, CG में मानसून लापता
रायपुर। मानसून ने सही समय पर केरल में दस्तक दी, आठ जून को यह छत्तीसगढ़ भी पहुंच गया और 11 जून को रायपुर में पहली बारिश हुई। लेकिन इसके बाद यह ऐसा रूठा कि मध्य-छत्तीसगढ़ मानसूनी बारिश के लिए तरस गया है। मौसम विभाग ने 22 जून से मानसून के सक्रिय होने का पूर्वानुमान लगाया था, उसके सारे पूर्वानुमान फेल हो गए हैं। बीते आठ साल के आंकड़े बताते हैं कि...
More »अंतहीन अत्याचार का वह काला दौर - ए. सूर्यप्रकाश
जून का महीना झुलसाती गर्मी के साथ इतिहास की कुछ दर्दनाक यादों को भी दोहराता है। 1975 में 25 जून को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश पर निरंकुश आपातकाल थोपा था। इसके साथ ही जीवंत लोकतंत्र पर तानाशाही हावी हो गई थी। इस तानाशाही ने न केवल नागरिकों के मूल अधिकार निलंबित किए, बल्कि उन्हें जीवन के अधिकार से भी वंचित किया। यदि हम अपने लोकतांत्रिक जीवन को सुरक्षित रखना...
More »मॉनसून के ठिठकने का नुकसान-- हिमांशु ठक्कर
केरल से चले मॉनसून पर मध्य भारत पहुंचते ही ब्रेक लग गया है और बीते 13 जून से वह आगे ही नहीं बढ़ पाया है. माना जा रहा है कि पिछले आठ साल में यह पहली बार है, जब मॉनसून कहीं ठिठक गया हो. लेकिन, पिछले साल भी थोड़े समय के लिए ऐसा हुआ था. अब तक तो पूरे मध्य भारत में मॉनसून पहुंच जाना चाहिए था, लेकिन अब इसके...
More »तेल के अर्थशास्त्र में उलझा देश-- दीपक नैय्यर
पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें इन दिनों खबरों में हैं। मई के दूसरे पखवाड़े में पेट्रोल और डीजल के खुदरा मूल्य लगातार 16 बार बढ़े। 28 मई को तो ये पिछले चार वर्षों के सबसे ऊंचे स्तर पर जा पहुंचे थे। हालांकि 29 मई को प्रति लीटर एक पैसे की कमी की गई थी, जिसे मजाक ही कहा जा सकता है। इसके बाद 5 जून तक हर दिन इसकी कीमतें कुछ-कुछ...
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