जीवन के मूल संसाधनों को लेकर कही गई पुरानी कहावतें आज के परिप्रेक्ष्य में ज्यादा सही लगती हैं। मिट्टी भी उनमें से एक है। माटी कहे कुम्हार से, तू क्या रोंदें मोय, इक दिन ऐसा आएगा मैं रौंदूगी तोय। यह दोहा आज सटीक बैठ रहा है। मिट्टी के मोल अब पुराने नहीं रहे। यह भी अन्य प्राकृतिक संसाधनों की तरह विलुप्त होती जा रही है। यह संकट बड़ा है, क्योंकि...
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जल्द मिलेगा किसानों को उर्वरक सब्सिडी- विजय गुप्ता की रिपोर्ट
साल दर साल उर्वरक सब्सिडी के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। इसके तहत कंपनियों के बजाए अब किसानों को सीधे उर्वरक सब्सिडी देने की पहल की जा रही है। वर्ष 2012-13 के बजट में वित्तमंत्री ने मोबाइल आधारित फर्टिलाइजर सब्सिडी योजना को लागू करने का प्रस्ताव किया है। इसके तहत डीलरों के जरिए किसानों तक उर्वरक सब्सिडी पहुंचायी जाएगी। किसानों को पहली किश्त...
More »जमीन में दबे 10 करोड़ के पाइप बने सोने की खान : बालमुकंद वैष्णव
सूरजपुरा. अजमेर जिले की प्यास बुझाने के लिए लगभग 50 वर्ष पूर्व बनी नेगड़िया जल वितरण योजना तो 2010 में बंद हो गई परंतु जमीन में दबे लगभग 10 करोड़ से ज्यादा की लागत के इस परियोजना के पाइप चोरों के लिए ‘सोने की खान’ साबित हो रहे हैं। खुले आम खुदाई करके चोर ट्रक भरकर ले जा रहे हैं मगर इन्हें रोकने का आज तक किसी अधिकारी ने प्रयास तक नहीं...
More »अवैध उत्खनन का इतना बड़ा कारोबार, सुन के दिमाग घूम जाए
सेंवढ़ा (दतिया)। अवैध उत्खनन को लेकर सेंवढ़ा में हुई गोलीबारी के बाद राजस्व विभाग की टीम ने कंजौली खदान की जांच की। टीम ने जांच में पाया कि खदान के नाम पर निजी व चरनोई की भूमि से दो लाख 24 हजार 200 घन मीटर रेत का अवैध उत्खनन किया गया है। इस रेत का बाजार मूल्य साढ़े छह करोड़ रुपए से अधिक है। अब प्रशासन अवैध उत्खनन के खिलाफ वसूली...
More »ANALYSIS: बनी रहेगी महंगाई- प्रकाश सिन्हा
आर्थिक सर्वे 2011-12 में आम आदमी और महंगाई को फिलहाल कोई राहत नहीं मिलती दिख रही है। हालांकि सरकार सकारात्मक विकास और महंगाई को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत है। ऐसे में वित्त वर्ष 2012-13 की दूसरी तिमाही के बाद महंगाई पर काफी हद तक कंट्रोल देखने को मिल सकता है। वहीं बाजार में नकदी भी भारी मात्रा में आने की संभावना है। दिलचस्प है कि सरकार ने 2013 में जीडीपी...
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