दिलीप साहू, रायपुर । धान का कटोरा छत्तीसगढ़ में 23 हजार से अधिक देशी किस्में हैं। इनमें से 90 फीसदी किस्में केवल रिसर्च संस्थानों तक सिमटकर रह गई हैं। छत्तीसगढ़ की इन देशी किस्मों को अब अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। इस बार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने यहां संरक्षित 23 हजार 250 किस्मों को खेतों में लगाया है। इससे इन किस्मों के बीज की मात्रा में बढ़ोतरी होगी। इसके बाद इनमें...
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मध्यप्रदेश में बिना बोनस होगी धान की खरीदी
भोपाल (ब्यूरो)। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी इस बार बोनस के बिना होगी। राज्य सरकार प्रति क्विंटल डेढ़ सौ रुपए समर्थन मूल्य के ऊपर बोनस देती आई है पर केन्द्र के ऐतराज के बाद खरीदी नीति में इसका जिक्र तक नहीं है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा घोषित नीति के मुताबिक तीन नवंबर से 25 जनवरी तक कॉमन धान 1360 और ग्रेड ए 1400 रुपए प्रति क्विंटल की...
More »अब बदरा बरसे तो धान फूटे
धनबाद : कोयलांचल में पिछले एक पखवारा से ढंग से बारिश नहीं हुई है. इससे न केवल गरमी पहले की तरह बढ़ गयी है, बल्कि फसल लगे खेत भी सूख गये हैं. बाडि़यों में मकई के बाद लगने वाली सब्जी की खेती के लिए किसान जोताई तक नहीं कर पा रहे हैं. बाड़ी पूरी तरह सूख गयी हैं. वहीं दूसरी ओर, धान लगे खेतों में पानी सूख गया है. अलबत्ता...
More »कैसे पूरा होगा स्वच्छ भारत का सपना- पत्रलेखा चटर्जी
जिस देश में मोबाइल फोन की संख्या निजी टॉयलेट से कहीं अधिक है, वहां स्वच्छ भारत अभियान की सफलता की रातोंरात अपेक्षा नहीं की जा सकती। लोगों की सहभागिता के बगैर इसमें कामयाबी की उम्मीद करना बेमानी होगा, और यह संवाद के जरिये ही मुमकिन है। एक मित्र की टिप्पणी थी कि अगर कोई झाड़ू कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होती, तो इन दिनों इसके शेयर आसमान छू रहे होते। महात्मा...
More »देश में 21 फीसदी बढ़ सकता है बासमती चावल का उत्पादन
इस खरीफ सीजन में बासमती चावल का उत्पादन 21 फीसदी बढ़ सकता है। अखिल भारतीय चावल निर्यातक संघ के मुताबिक चालू सीजन में बासमती चावल का उत्पादन बढ़कर 80 लाख टन पहुंच सकता है। पिछले खरीफ सीजन में 66 लाख टन उत्पादन हुआ था। संघ के अनुमान के अनुसार अनियमित बारिश की वजह से देश के किसानों ने गैर बासमती की जगह बासमती की बुआई की है। दरअसल बासमती की...
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