SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 296

मध्य प्रदेश में ड्रग ट्रायल करने वाले 12 डॉक्टरों पर जुर्माना

भोपाल, 2 जनवरी (एजेंसी)। मध्य प्रदेश सरकार ने चिकित्सा महाविद्यालयों और उनसे संबद्ध अस्पतालों में बच्चों व मानसिक रोगियों पर ‘ड्रग ट्रायल’ करने वाले बारह चिकित्सकों पर पांच-पांच हजार रुपए जुर्माना लगाया है। साथ ही उसने प्रदेश में ड्रग या क्लीनिकल ट्रायल पर पाबंदी लगाने के निर्देश जारी किए हैं। सरकारी तौर पर रविवार को यहां कहा गया कि ड्रग ट्रायल मामले में सभी मामलों की समीक्षा के बाद प्रदेश में...

More »

डॉक्टरों के खिलाफ फूटा गुस्सा, सड़कों पर उतरे लोग!

प्रदेश के विभिन्न अंचलों से.डॉक्टरों की हड़ताल के विरोध में मंगलवार को प्रदेशभर में प्रदर्शन हुए। सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर व जोधपुर में कहीं रैली निकाली गई तो कहीं बाजार बंद रहे। डॉक्टरों की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किए गए। उधर, डॉक्टरों की हड़ताल सातवें दिन भी जारी रहने से चिकित्सा व्यवस्थाएं चरमराई रहीं। पुलिस ने अब तक 500 डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है।जोधपुर में आर्यवीर दल के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को हड़ताली...

More »

मगध में मुरदहिया सन्नाटा- निराला(तहलका, हिन्दी)

बिहार के मगध क्षेत्र में इंसेफलाइटिस पिछले तीन महीने से अमूमन हर रोज एक बच्चे की जान ले रहा है. जो बच्चे बच जा रहे हैं उन्हें बाकी जिंदगी अपंगताओं के साथ गुजारनी होगी. लेकिन इलाके के जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन और कथित समाजसेवी संस्थाएं आंखें मूंदे बैठे हैं. निराला की रिपोर्ट   पिंकी की उम्र आठ-नौ साल होगी. गया-पटना रोड पर स्थित रसलपुर गांव की रहने वाली है. उसके सामने जाते ही उसकी...

More »

गुर्दा दान करनेवालों में 70% महिलाएं

देश की राजधानी दिल्ली के बड़े अस्पतालों के आंकड़े बताते हैं कि गुर्दा दान करनेवालों में लगभग 70 फ़ीसदी महिलाएं होती हैं. इनमें से ज्यादातर पत्नी या मां होती हैं. कई महिलाएं अपने पति या बेटे को नयी जिंदगी देने के लिए अपनी जान तक जोखिम में डालने से पीछे नहीं हटती हैं. सर गंगाराम अस्पताल में वर्ष 2011 में 190 मरीजों में गुर्दा प्रत्यारोपण किया गया. इनमें से 131 मामलों में...

More »

बारहवीं योजना में स्वास्थ्य राम प्रताप गुप्ता

पिछले दिनों सरकार ने बारहवीं पंचवर्षीय योजना का दृष्टिकोण पत्र जारी किया। आर्थिक विकास की ऊंची दर के बावजूद आम जनता विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित है। इसका प्रमुख कारण यही है कि आज भी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं पर राष्ट्रीय आय का मात्र 1.2 प्रतिशत खर्च किया जाता है। नतीजतन लोगों को चिकित्सा व्यय का अधिकांश स्वयं वहन करना पड़ता है, जो उन्हें गरीबी रेखा से नीचे धकेल रहा है। सार्वजनिक...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close