रायपुर, उरला व सिलतरा में औद्योगिक समूहों द्वारा स्थानीय श्रमिकों को निकाले जाने का मामला विधानसभा में उठा। भाजपा के देवजी पटेल ने प्रश्नकाल में मामला उठाया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को चुन-चुन कर निकाला जा रहा है। श्रम मंत्री भईया लाल राजवाड़े ने कहा कि सदस्य के साथ जाकर कार्रवाई करेंगे। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश में जलसंकट व्याप्त होने का मामला भी विधानसभा में गूंजा।...
More »SEARCH RESULT
इस मौसम में ही सूख रही यमुना… अागे क्या होगा-- सुरेन्द्र मेहता
सरस्वती लुप्त हो चुकी है, उसकी खोज चल रही है; गंगा मैली हो गई है, उसकी सफाई के प्रयास हो रहे हैं; यमुना सूख रही है, उसे बचाने की जरूरत है। हथनीकुंड बैराज इन दिनों पानी की कमी के चलते वीरान है। अभी सालभर में मात्र नौ माह ही यमुना में पानी रहता है। बाकी दिनों मेें त्योहार व पर्व पर इसमें स्नान करने तक के लिये जल नहीं होता।...
More »बोवनी नहीं हो पाई तो भी फसल बीमा के दायरे में : मोदी
भोपाल। सालभर पहले जो लोग मुझ पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते थे, वे भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के कारण चुप हो गए हैं। इस योजना में गांव के एक किसान को नुकसान हुआ तो भी उसे क्लेम मिलेगा। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सीहोर जिले के शेरपुर गांव में किसान महासम्मेलन में फसल बीमा की गाइडलाइन जारी करने के दौरान कही। मोदी ने कहा...
More »सूखे की मार से मवेशी भी बेजार-- पंकज चतुर्वेदी
भीषण सूखे से बेहाल बुंदेलखंड का एक जिला है छतरपुर। यहां सरकारी रिकॉर्ड में 10 लाख 32 हजार चौपाए दर्ज हैं, जिनमें से सात लाख से ज्यादा तो गाय-भैंस ही हैं। तीन लाख के लगभग बकरियां हैं। चूंकि बारिश न होने के कारण कहीं घास बची नहीं है, सो अनुमान है कि इन मवेशियों के लिए हर महीने 67 लाख टन भूसे की जरूरत है। इनके लिए पीने के पानी...
More »कई इलाकों में सूख गये कुएं...
रांची: राजधानी में जल संकट गंभीर रूप लेता जा रहा है. खास कर रातू रोड का इलाका गरमी के आने से पहले ही भीषण जल संकट से जूझ रहा है. जनवरी माह में ही कुएं का पानी पाताल छू रहा है. ऐसे में आनेवाले समय में क्या स्थिति हो सकती है, इसका अंदाज अभी से लगाया जा सकता है. रातू रोड के कुछ मुहल्लों में पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न...
More »