बोचहां : 89 साल के हरिनंदन ठाकुर बोचहां बीडीओ रंजीत कुमार सिन्हा के पास अर्जी लगाने आये हैं. बल्थी रसूलपुर के रहनेवाले हरिनंदन कहते हैं, दो साल पहले विकलांगता पेंशन पास हो गयी, लेकिन अभी तक पैसा मिलना शुरू नहीं हुआ. उम्र ज्यादा होने के कारण प्रखंड के ज्यादा चक्कर लगा पाते. कुछ दिन पहले एसडीओ से मिलने मुजफ्फरपुर गये थे. एसडीओ ने बीडीओ को खुद फोन किया था. उसी पर...
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पूरे राज्य पर गहराता जा रहा है एक गंभीर संकट का खतरा!
मुंबई। मानसून में देरी के कारण राज्य में जलसंकट की आशंका गहराती जा रही है। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्य के सभी जिलाधिकारी, महानगर पालिका आयुक्त और नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को पानी किल्लत के संबंध में आपात तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण भागों के अलावा प्रदेश के चार शहर भी जलसंकट की चपेट में आने के कगार पर हैं। यदि और एक सह्रश्वताह बारिश नहीं हुई तो जालना,...
More »अब अनाज हुआ बर्बाद तो बाबुओं और अधिकारी की सेलरी से होगी भरपाई
लखनऊ. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए आदेश दिया है कि यदि गोदामों में रखा गेहूं सड़ता है तो उसकी भरपाई सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों के वेतन से की जाए। कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए टिप्पणी की कि उत्तर प्रदेश गरीब राज्य है। लोगो को दो वक्त की रोटी नसीब तक नही है, लेकिन सरकार को न तो गेहूं के जलने की फिक्र है...
More »आप कितने सही हैं, डॉ सिंह?- पी साईनाथ( अनुवाद-मनीष शांडिल्य)
प्रिय प्रधानमंत्री जी, मुझे यह जानकर खुशी हुई कि सुप्रीम कोर्ट को ‘‘सम्मानपूर्वक’’ फटकारते हुए आप ने कहा है कि अनाज, सड़ते हुए खाद्यान्न का निपटारा जैसे सभी सवाल नीतिगत मामले हैं. आप बिल्कुल सही कह रहे हैं और बहुत दिनों बाद ऐसा किसी ने कहा है. ऐसा कर आप संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सार्वजनिक बयानबाजी में ईमानदारी लाने की एक छोटी-सी कोशिश कर रहे हैं, जिसकी बहुत कमी महसूस की जा रही थी. बेशक यह...
More »सिर्फ कागजों में पुख्ता है खाद्यान्न भंडारण
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अनाज भंडारण की कमी और बंपर बर्बादी की आशंकाओं पर चौतरफा आलोचना झेल रहे केंद्र ने अब राज्यों से मदद की गुहार लगाई है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने राज्यों से एकमुश्त छह महीने का राशन का अनाज उठा लेने का आग्रह किया है। सरकारी बहीखातों में खाद्यान्न भंडारण का प्रबंधन पुख्ता जरूर है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कहीं दूर है। कागजी बंदोबस्त में भी...
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