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खाने-पीने की चीजें में और बढ़ी महंगाई

नई दिल्ली। खाने-पीने की चीजों की महंगाई का बढ़ना बदस्तूर जारी है। दिसंबर के पहले सप्ताह में यह करीब दशक भर के उच्चतम स्तर 19.95 फीसदी पर पहुंच गई। नवंबर के अंतिम सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति की दर 19.05 फीसदी थी। सप्ताह के दौरान सब्जियों, दाल, दूध, गेहूं और चावल के दामों में तेजी आई। रिजर्व बैंक [आरबीआई] ने इससे पहले साल के अंत तक मुद्रास्फीति की दर के पांच फीसदी तक रहने का...

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महंगाई की आंच और तेज

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। आलू, प्याज व दालों के चढ़ते दाम से महंगाई का पारा लगातार चढ़ रहा है। खाने-पीने की चीजों में तेजी से 5 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में खाद्य महंगाई दर बढ़कर 19.95 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पूर्व सप्ताह में यह दर 19.05 प्रतिशत थी। गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में मौजूदा वर्ष के इस सप्ताह में आलू की कीमतों में 136, सब्जियों...

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अनाज की महंगाई से निपटें

यह काफी महत्वपूर्ण बात है कि देश की सबसे बड़ी चीनी रिफाइनर और एथनॉल उत्पादक कंपनी श्री रेणुका शुगर्स ने दुनिया के सबसे बड़े चीनी उत्पादक और निर्यातक देश ब्राजील की कंपनी वीडीआई...

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नरेगा में भ्रष्टाचार रोकेंगे : सीएम

नरेन्द्र शर्मा,जयपुर : राज्य सरकार बिजली की तर्ज पर अब प्रदेश में वॉटर रिर्फोमस लागू क रने पर विचार कर रही है। यह कदम पानी की बर्बादी को रोकने के लिए होगा। पानी के उपयोग के लिए स्प्रींकलर सिस्टम को बढ़ावा दिया जाएगा। बायोमास से उर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नीति तैयार करने के साथ ही सरकार ने किसानों के लिए बिजली की दरें आगामी पांच साल तक नहीं बढ़ाने का निर्णय किया...

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जलवायु परिवर्तन का जानलेवा असर बच्चों पर

बच्चे जलवायु-परिवर्तन के जिम्मेदार तो नहीं हैं लेकिन जलवायु परिवर्तन की सबसे गहरी चोट उन्हीं को लगेगी। जलवायु-परिवर्तन से बच्चों की जिन्दगी को सबसे ज्यादा खतरा है।बाल अधिकारों की वैश्विक संस्था सेव द चिल्ड्रेन द्वारा जारी फीलिंग द हीट-चाइल्ड सरवाईवल इन चेजिंग क्लाइमेट नामक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर बच्चों की सेहत को सबसे बड़ा खतरा जलवायु परिवर्तन से है।(देखें नीचे दी गई लिंक)   रिपोर्ट...

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