नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर बाबा रामदेव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि आमरण अनशन और आंदोलन से न तो काला धन वापस आएगा और भ्रष्टाचार मिटेगा। इसलिए बाबा रामदेव को सरकार की बात मान कर अनशन का कार्यक्रम छोड़ देना चाहिए। उनका कहना है कि बाबा से कांग्रेस को कोई डर नहीं है। बकौल दिग्विजय, 'अगर कांग्रेस बाबा रामदेव से डरी होती...
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किसानों से घबड़ायी मायावती?
लखनऊ। लगता है मायावती को अब समझ में आ गया है कि किसानों को नजरअंदाज करना उनके राजनीतिक भविष्य के लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों द्वारा उन पर किसानों की आड़ में लगातार चौतरफा हमले हो रहे हैं। इसी मुश्किल से निपटने के लिए अब मायावती ने किसानों की पूछपरख तेज कर दी है। इसी तारतम्य में वे कल यानी गुरुवार को 'किसान पंचायत' का आयोजन करने...
More »रामदेव के अह्वान से सरकार बेचैन, बना रही रणनीति
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने रात को अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ बैठक की. उन्होंने इससे पहले योगगुरु बाबा रामदेव को आगामी चार जून से आमरण अनशन करने के अपने आह्वान को वापस लेने के लिए मनाने का प्रयास किया था. वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी, गृह मंत्री पी चिदंबरम और मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने रामदेव के साथ हुई अपनी बातचीत के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी....
More »फिर सड़क पर आएगा ‘लोकपाल’, अड़ी सिविल सोसाइटी, सरकार तैयार नहीं
नई दिल्ली लोकपाल बिल ड्राफ्टिंग कमेटी की सोमवार को हुई बैठक में तीखे मतभेद उभरे, जब सरकार ने प्रधानमंत्री, उच्च न्यायपालिका और सांसदों के संसद में किए गए कार्यो को इसके दायरे में लाने का विरोध किया। इस पर सिविल सोसाइटी ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए समिति का बहिष्कार कर फिर से सड़क पर आने की चेतावनी दी है। अन्ना हजारे ने कहा है कि 30 जून के बाद ड्राफ्टिंग...
More »अकाल, भुखमरी इस देश में कई समुदायों की जीवनसाथी है- विनायक सेन से आशीष कुमार अंशु की बातचीत
विनायक सेन को लेकर मीडिया और समाज में दो तरह की छवि है। एक विनायक सेन, जिन्हें हमेशा देश के दुश्मन के तौर पर पेश किया जाता है, दूसरे विनायक सेन वे जो आदिवासियों के शुभचिंतक हैं और गरीब समाज के मसीहा हैं। दोनों विचार अतिवादी हैं। इस तरह एक आम भारतीय असमंजस की स्थिति में है कि वह इन दोनों में से किसे सच माने और किसे झूठ! यदि हम मीडिया की नजर...
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