ईचड़ा ग्रिड के ट्रांसफ़ॉर्मर में आयी खराबी, यूसिल और सोना खदान में काम प्रभावित जमशेदपुर : जादूगोड़ा के ईचड़ा स्थित डीवीसी ग्रिड में लगी 20 एमवी के ट्रांसफ़ॉर्मर में आयी खराबी के कारण बीती रात लगभग आठ बजे से जादूगोड़ा शहरी व ग्रामीण, पोटका, हाता, हल्दीपोखर व कोवाली आदि क्षेत्र के लगभग 500 गांव अंधेरे में डूब गये. सूचना पाने के लगभग 15 घंटे बाद गुरुवार को सुबह लगभग साढे 11 बजे...
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बत्तीस के फेर में गरीबी : इला भट्ट
अब देश की सरकार गरीबी के मानदंडों में संशोधन करने जा रही है, जैसे कि देश को पता ही न हो कि गरीबी के मायने आखिर क्या हैं! सरकार का मानना है कि शहरी क्षेत्र में एक दिन में 32 रुपए और ग्रामीण क्षेत्र में एक दिन में 26 रुपए से अधिक खर्च करने वाला व्यक्ति ‘गरीब’ नहीं माना जा सकता और इसलिए वह सरकार की विभिन्न हितकारी योजनाओं के लिए पात्र...
More »सैकड़ों झोंपड़ियां डूबीं, दाने दाने को मोहताज लोग
दानापुर : बाढ़ से दियारे की सात पंचायतों की स्थिति भयावह बनी हुई है. बाढ़ के पानी में सैकड़ों झोंपड़ियां डूब गयी हैं व कई तेज धारा में बह गयी हैं. लोग दाने-दाने के लिए मोहताज बने हुए हैं. वही खेतों में लगी फसल भी बह गयी है. बाढ़ग्रस्त लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. दियारे की सातों पंचायतों में करीब तीन-चार फुट पानी बह रहा है. कासीमचक पंचायत की...
More »उत्तर बिहार में ऊफ़नायीं नदियां
मुजफ्फ़रपुर : लगातर हो रही बारिश व नेपाल से पानी छाड़े जाने के कारण उत्तर बिहार के नदियों के जलस्तर में काफ़ी वृद्धि हुई है. बागमती, लखनदेई, बूढ़ी गंडक, गंढक व अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. बागमती नदी डूब्बा घाट, ढ़ेंग,कटौझा व बेनीबाद में खतरे के निशान से ऊपर बहने लगी है. मंगलवार को नेपाल द्वारा वाल्मीकि नगर बैराज में एक लाख 44 हजार आठ सौ क्यूसेक...
More »गोदान : किसान की शोकगाथा--- . गोपाल प्रधान
‘गोदान’ के प्रकाशन के 75 साल पूरे हो गए हैं लेकिन भारत का देहाती जीवन आज भी लगभग उन्हीं समस्याओं और चुनौतियों से घिरा दिखता है जिनका वर्णन मुंशी प्रेमचंद के इस कालजयी उपन्यास में हुआ है. गोपाल प्रधान का आलेख सन 1935 में लिखे होने के बावजूद प्रेमचंद के उपन्यास 'गोदान' को पढ़ते हुए आज भी लगता है जैसे इसी समय के ग्रामीण जीवन की कथा सुन रहे हों....
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