संयुक्त राष्ट्र समाचार, 18 अक्टूबर संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की सोमवार को प्रकाशित एक नवीन रिपोर्ट के अनुसार, विश्व भर में खेती-बाड़ी में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक, कृषि-भूमि में ख़तरनाक ढँग से जमा हो रही है, जोकि चिन्ताजनक है. कृषि कार्यों में प्लास्टिक का उपयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है. प्लास्टिक से लेपे गए बीजों से लेकर मिट्टी के तापमान में बदलाव लाने और फ़सलों पर जंगली घास उगने की रोकथाम...
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एक सप्ताह में आवश्यक वस्तुओं की कीमत में 80 फीसदी तक उछाल, दूध के बाद इस प्रोडक्ट के बढ़े दाम
जनसत्ता, 17 अक्टूबर अक्टूबर महीने के दौरान बहुत से आवश्यक चीजों के कीमतों में तेजी से उछाल आया है। द फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में पिछले एक हफ्ते के दौरान 60 से लेकर 80 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आने वाले दिनों में यानी कि नवंबर के शुरुआती हफ्ते में इन...
More »NDTV ग्राउंड रिपोर्ट : हरियाणा के सरकारी गोदामों में 42 हजार मीट्रिक टन गेहूं सड़ा, अब चल रहा दोष मढ़ने का 'खेल'
एनडीटीवी, 17 अक्टूबर सरकारी गोदामों में गेहूं के सड़ने की कहानी की शुरुआत कैथल के पुंडरी के खुले सरकारी गोदाम से शुरु होती है. यह गोदाम खराब हो चुके गेहूं के बोरों से भरा पड़ा है. कुछ तो इतने खराब हो चुके हैं कि वो मिट्टी में मिल चुके हैं. तमाम ऐसे खराब गेहूं के बोरे रखे हैं जिन्हें अब कीड़े भी नहीं खा रहे. खुले आसमान के नीचे रखे इन...
More »'अनिश्चित न्याय:उत्तर पूर्व दिल्ली में 2020 में हुई हिंसा पर एक नागरिक समिति की रिपोर्ट'; कौंस्टीट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप ने की जारी
16 अक्टूबर, कौंस्टीट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप प्रेस विज्ञप्ति प्रिय मीडियाकर्मी, कौंस्टीट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप अखिल भारतीय और केंद्रीय सेवाओं के भूतपूर्व सिविल सेवकों का समूह है। हमने केंद्रीय और विभिन्न राज्य सरकारों में काम किया है। हम एक ऐसी नागरिक संस्कृति के संवर्धन के लिए प्रयत्नशील हैं, जो भारतीय संविधान में निहित आचार के दायरे में रहे। सामूहिक रूप से हम किसी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं हैं, क्योंकि हम तटस्थता में दृढ़ विश्वास रखते हैं। उत्तर पूर्व...
More »एचटीबीटी कॉटन और जीएम सरसों को मंजूरी की तैयारी, 20 साल बाद मिलेगी किसी जीएम फसल को स्वीकृति
रूरल वॉयस, 17 अक्टूबर देश में बीस साल बाद जेनेटिकली मॉडिफाइड (जीएम) फसलों के व्यावसायिक उत्पादन की मंजूरी मिल सकती है। यह फसलें हैं- हर्बिसाइड टॉलरेंट बीटी कॉटन जिसे एचटीबीटी कॉटन कहा जाता है, और जीएम सरसों की किस्म। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इन दोनों फसलों के व्यावसायिक उत्पादन की मंजूरी का रास्ता लगभग साफ हो गया है। अब जेनेटिक इंजीनियरिंग अप्रेजल कमेटी (जीईएसी) की मंजूरी की औपचारिकता ही बाकी...
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