बक्सर/सिमरी : सिमरी प्रखंड के दादा-बाबा के डेरा स्थित मध्य विद्यालय में शनिवार की दोपहर मिड-डे-मील खाने से लगभग 100 छात्रों की हालत बिगड़ गयी. एक बच्चे की थाली में मरी छिपकली भी मिली. इससे विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. कुछ बच्चे अपना पेट पकड़ कर बैठ गये, तो कुछ लगातार उल्टियां करने लगे. सूचना मिलते ही बच्चों के अभिभावक विद्यालय पहुंचे. कुछ ही देर में...
More »SEARCH RESULT
कैंप लगे, फिर भी हाइ व प्लस टू स्कूलों में पद खाली
पटना : सूबे के हाइस्कूलों व प्लस टू स्कूलों में सेवानिवृत्त शिक्षकों की बहाली होगी. इसके लिए उन्हें न तो एसटीइटी पास होने की अनिवार्यता होगी और न ही बीएड की डिग्री. जो शिक्षक स्कूलों से रिटायर कर चुके हैं, उन्हें इसमें मौका मिलेगा. सेवानिवृत्त शिक्षकों की बहाली सूबे के राजकीय, राजकीयकृत, अल्पसंख्यक व प्रोजेक्ट विद्यालयों के खाली पड़े स्वीकृत पदों पर होगी. शिक्षा विभाग इसके लिए अंतिम रूप से...
More »खस्ताहाल स्कूली शिक्षा से संकट में छात्रों का भविष्य
इंदौर के पास स्थित देपालपुर में स्कूली शिक्षा के नाम पर सरकारी खानापूर्ति सामने आई है। इस विकासखंड में ऐसे कई स्कूल हैं, जो एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। यह खबर एक तरह से पूरे देश की निराशाजनक तस्वीर पेश करती है। 12 लाख शिक्षकों की कमी है देशभर में 50 प्रतिशत स्कूलों साफ पीने की सुविधा नहीं ...
More »इंदौर जिले के देपालपुर में एक शिक्षक के भरोसे कई सरकारी स्कूल
इंदौर। प्रदेश सरकार हर बच्चे को स्कूल तक लाने के लिए अभियान चलाती है और करोड़ों रुपए का फंड खर्च करती है। मगर जिले के गिरोता गांव में खुला शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल शिक्षा के प्रति सरकार की गंभीरता की पोल खोल देता है। यहां हाल ही में हायर सेकंडरी स्कूल तो खोल दिया गया,लेकिन स्टाफ भेजना ही भूल गए। स्कूल एक उच्च श्रेणी शिक्षक के भरोसे चल रहा है।...
More »142 स्कूलों में बच्चे नहीं, फिर भी लगे हैं टीचर
नईदुनिया ब्यूरो, जयपुर। राजस्थान में सरकारी स्कूलों में बच्चों के नामांकन और टीचरों की नियुक्ति के बारे में एक अजीब बात सामने आई है। प्रदेश के 142 प्राथमिक विद्यालय ऐसे है जहां एक भी बच्चा नहीं है, लेकिन 251 टीचर इन स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके अलावा 28 हजार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की संख्या 30 से भी कम है। राज्य के सरकारी स्कूलों की...
More »