मुंबई। भारतीय डॉक्टरों के स्थायी रूप से अमेरिका में बसने को लेकर जहां भारत सरकार से खींचतान चल रही है तो वहीं महाराष्ट्र में पिछले पांच सालों के मुकाबले साल 2015-16 में नर्सों के पलायन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2010-11 के मुकाबले में 2015-16 में अंतरराष्ट्रीय प्लेसमेंट के लिए नर्सों के पलायन में 93 फीसद की उछाल देखने...
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नीतीश को शराबबंदी के अभियान की अगुआई का न्योता...
पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जून में भाजपा शासित राज्य राजस्थान का दौरा करेंगे और वहां शराबबंदी के पक्ष में चल रही मुहिम की अगुआई करेंगे. जून में ही वह ओड़िशा के कटक भी जायेंगे. शनिवार को केरल में चार चुनाव सभाओं को संबोधित करने के बाद लौटने के क्रम में दिल्ली में ठहरे मुख्यमंत्री ने पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव से...
More »आ रही है टेक्नोलॉजी की आंधी!- संदीप मानुधने
हम सब विभिन्न टेक्नोलॉजी यंत्रों के साथ काफी अभ्यस्त हो चुके हैं. हमें अच्छा लगता है जब न्यूनतम प्रयास में अधिकतम आउटपुट हम निकाल पाते हैं. 1980-90 के दशकों में कार्यरत रहे प्रोफेशनल्स से पूछिए कि कितना पसीना केवल फोन लगाने एवं फैक्स प्राप्त करने में लग जाता था! काम को दरकिनार कर केवल संपर्क साधने में एवं दूसरों से दस्तावेज टाइप करवाने में (और प्रतिलिपियां बनवाने में) ही कितनी...
More »इंद्र भरोसे खेती, पर कब तक--- बिभाष
हरित क्रांति के मसीहा डॉ नॉर्मन बोरलॉग ने साठ के दशक में बौनी प्रजाति के अधिक उपज वाले गेहूं की ईजाद की. सभी देशों की तरह भारत में भी उस गेहूं की खेती शुरू की गयी. बौनी प्रजाति के गेहूं ने उस वक्त की राजनीति गढ़ने का भी काम किया, जिस पर बहस और शोध होना चाहिए. देखते-देखते गेहूं की उपज दूनी हो गयी. सन् 1959-60 में जो गेहूं...
More »किसानों के अनुभव : समाज को निबटना होगा सूखे से, सरकार के भरोसे नहीं
लगातार दो कमजोर मॉनसून और लापरवाह जल-प्रबंधन के कारण देश में सूखे का संकट उत्तरोत्तर गंभीर होता जा रहा है. देश की करीब आधी आबादी सूखा और जल-संकट की चपेट में है. कई इलाकों में तो दो साल से अधिक समय से यह स्थिति व्याप्त है. अत्यंत गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पलायन को मजबूर हैं. सरकारी तंत्र इस विपदा से निबटने में न सिर्फ...
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