नई दिल्ली। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने पर जोर देते हुए बैंकों से कहा है कि उन्हें इस दिशा में अभी लंबा सफर तय करना है। सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 100 वर्ष [1911 से 2011] पूरे होने के अवसर पर बीती रात आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 2000 से अधिक आबादी वाले गावों तक...
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रेहड़ी-पटरी वालों को न भूलें- भारत डोगरा
चारों तरफ से पड़े दबाव के कारण केंद्र सरकार ने रिटेल में एफडीआई का फैसला फिलहाल भले ही मुलतवी कर दिया है, लेकिन आज नहीं, तो कल वह इसे लागू करेगी ही। प्रासंगिक सवाल यह है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बुलाने वाली सरकार को आज रेहड़ी-पटरी वालों के प्रति अपनी जिम्मेदारी की याद भला कौन और कैसे दिलाए। पर सरकार को यह याद दिलाना जरूरी है, क्योंकि अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन के...
More »खेत के साथ आंख भी नम, जमीन होते हुए भी रोटी के लिए मोहताज
सेम की समस्या सिर्फ चुनावों के समय ही म़ुद्दा बनती है। बाद में इनसे प्रभावित लोगों को कोई नहीं पूछता। सेम से सीएम प्रकाश सिंह बादल का गृह जिला मुक्तसर सबसे ज्यादा प्रभावित है। फरीदकोट और फिरोजपुर जिलों के कुछ गांव भी चपेट में हैं। कुछ साल पहले तक जमींदार कहलाए जाने वाले किसान आज जमीन होते हुए भी रोटी के लिए मोहताज हैं। मुक्तसर जिले के तहत थेहड़ी गांव निवासी परमजीत...
More »खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश के खतरे- शरद यादव
खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की इजाजत का निर्णय केंद्र सरकार ने ऐसे समय किया जिस समय वह मूल्यवृद्धि और काले धन पर संसद में घिरी हुई थी। इसके साथ ही उसने विपक्ष के साथ टकराव का एक और मोर्चा खोल दिया है। उसके इस निर्णय की दो व्याख्याएं हो सकती हैं। पहली यह है कि केंद्र सरकार चाहती ही नहीं कि संसद सही तरीके से चले और वह टकराव...
More »बागबान और किसानों पर दोहरी मार नहीं टूट रहा सूखे का चक्र, ठंड बढ़ी
शिमला .हिल्स क्वीन शिमला सहित प्रदेश भर में पिछले तीन माह से जारी सूखे का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बारिश के लिए तरस रहे बागबान और किसान मौसम के मिजाज को देखकर चिंतित होने लगे हैं। बारिश की कमी से सूखी पड़ चुकी जमीन पर बुआई करने में परेशानी आ रही है जबकि सेब के पौधों के तौलिए बनाने का काम भी लटकने लगा है। इन दिनों...
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