बाराबंकी : जिले में फसल खराब होने से परेशान, कर्ज के बोझ से दबे एक किसान ने कचहरी के मुख्य द्वार के सामने पेड पर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने यहां बताया कि हैदरगढ के दतौली गांव के निवासी 35 वर्षीय किसान आशाराम ने तडके करीब पांच बजे कचहरी के मुख्य द्वार के सामने स्थित...
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हरियाणा के कृषि मंत्री ने कहा, 'सुसाइड करने वाले किसान कायर'
नई दिल्ली। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने आपत्तिजनक बयान दिया है। धनखड़ ने अपने बयान में कहा कि 'जो सुसाइड करते हैं, वो कायर होते हैं।' उन्होंने कहा कि सुसाइड करना अपराध होता है, जो लोग सुसाइड करते हैं सरकार उनके साथ नहीं है। बेमौसम बारिश से फसल खराब होने के बाद किसानों के आत्महत्या की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस पर सरकार...
More »कृषि क्षेत्र की लगातार उपेक्षा- पवन के वर्मा
सरकार की आर्थिक दृष्टि औद्योगिक गलियारों, राजमार्गों, बुलेट ट्रेनों और स्मार्ट शहरों तक ही सीमित है. भारत को इनकी जरूरत है, लेकिन सरकार एकतरफा ढंग से उस भारत को छोड़ इन लक्ष्यों के पीछे नहीं भाग सकती है जहां आत्महत्याओं की संख्या और लोगों की तकलीफें बेतहाशा बढ़ रही हैं. भाजपा को याद करना चाहिए कि सर्वाधिक 18,241 आत्महत्याएं 2004 में हुई थीं, जब पार्टी ‘शाइनिंग इंडिया' की बात करती...
More »क्यों खुदकुशी कर रहे हैं किसान- विनय सुल्तान
सारी पार्टियां गजेंद्र सिंह की खुदकुशी पर गमगीन दिखने की होड़ में शामिल हैं। अगर उनके आंसू सच्चे हैं तो वे बाकी किसानों की सुध क्यों नहीं ले रही हैं? महाराष्ट्र में सिर्फ चार महीनों में सैकड़ों किसानों ने अपनी जान ले ली। गजेंद्र सिंह राजस्थान का था। मगर राज्य के किसानों पर छाए संकट का वह अकेला उदाहरण नहीं था। कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में हाल में तीस से...
More »छत्तीसगढ़ में करोड़ों का जलाशय, खेत में नहीं बूंद भर पानी
कोरबा (निप्र)। करोड़ों की लागत से जल संसाधन विभाग द्वारा निर्मित बताती जलाशय की उपयोगिता शून्य ही साबित हो रही है। तकनीकी गुणवत्ता के अभाव में जलाशय में जल भराव संभव नहीं होने के कारण जलाशय की प्यास वर्षों से नहीं बुझ सकी है। जल भराव के अभाव में क्षेत्र के किसान न तो रबी फसल ले पा रहे हैं और न ही इसकी उपयोगिता खरीफ फसल में किसानों के लिए...
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