पटना पानी चीज ही अजीब है। पानी चढ़ता है, उतरता है..पानी जमता है। टंकी पर चढ़ने वाला पानी कभी सिर पर भी चढ़ जाता है। पानी से आदमी पानी-पानी भी होता है। लेकिन सूबे में जल संचयन के लिए बने कानून को लागू करने में प्रशासन खुद पानी-पानी है। यही वजह है कि अब तक सख्ती से यह लागू नहीं हो सका है और भूजल-वाटर रिचार्ज...
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हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि खतरे में
इंदौर. आवास पर्यावरण विभाग की प्रस्तावित स्पेशल टाउनशिप पॉलिसी पर अमल हुआ तो इंदौर जिले की 32 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि खतरे में पड़ जाएगी। खास बात यह है कि इसमें 27 हजार हेक्टयर जमीन अत्यधिक उपजाऊ है। जमीनों पर गिद्ध की तरह नजर रखने वाले भू-माफिया को इससे न केवल खुला क्षेत्र मिल जाएगा बल्कि जिले में खेती पूरी तरह चौपट हो जाएगी। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के लिए जो विकास...
More »हरियाणा-उप्र सीमा पर तनातनी
करनाल। हरियाणा व उत्तार प्रदेश के किसानों के बीच जमीन पर कब्जे के लिए एक बार फिर से विवाद खड़ा हो गया है। हथियारों से लैस उप्र के किसानों ने बुधवार को यहां के किसानों की फसल नष्ट कर दी। बुधवार को उत्तार प्रदेश के किसानों ने यहां के किसानों के गन्ने, धान की पनीरी व खाली जमीन पर ट्रैक्टर चला दिया। हरियाणा के किसानों ने उप्र के किसानों पर...
More »प्लेटिनम से चमकेगी बुंदेलखंड की किस्मत
नई दिल्ली [असित अवस्थी]। पानी की कमी और गरीबी के लिए पहचाना जाने वाला बुंदेलखंड आने वाले समय में दुनिया की बेशकीमती धातु 'प्लैटिनम' के लिए भी जाना जाएगा। बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में प्लैटिनम के भंडार का पता चला है। यह खोज बुंदेलखंड की किस्मत भी बदल सकती है। बुंदेलखंड के ललितपुर जिले से 85 किलोमीटर दूर इकोना गांव में इन धातुओं का पता चला है। उत्तर प्रदेश...
More »विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
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