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भारत में 2015 में एचआईवी के 1.96 लाख नए मामले सामने आए

एक नए अध्ययन के मुताबिक भारत में पिछले साल एचआईवी के करीब 1.96 लाख नए मामले सामने आए जबकि विश्व में करीब 25 लाख लोग वर्ष 2015 में इस बीमारी से संक्रमित हो गए। लांसेट एचआईवी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन न्यू ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज 2015 (जीबीडी 2015) में पाया गया है कि हमारे देश में करीब 28.81 लाख लोग एचआईवी संक्रमित हैं। इस अध्ययन के मुताबिक दुनियाभर में नए एचआईवी...

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बुनकर मां का दर्द कम करने के लिए बेटे ने बना दी ये बेमिसाल मशीन

तेलंगाना के बुनकर मल्लेशम ने पोचमपल्ली साड़ियों पर डिजाइनिंग के लिए अपनी मां को चार फुट लंबे आसु फ्रेम पर एक दिन में हजारों बार धागे घुमाते हुए देखा था। छठी कक्षा में ही पढ़ाई छोड़ चुके मल्लेशम के पास किताबी ज्ञान की जरूर कमी थी लेकिन धागे घुमाने के कारण अपनी मां के कंधों और हाथों में रहने वाले दर्द के प्रति उसकी संवेदना कम नहीं थी। दूसरों की परेशानी...

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विकास की धुंधलाती उम्मीद, विकास व परिवर्तन अभी भी सपना-- तवलीन सिंह

ठीक दो हफ्ते बाद नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से अपना तीसरा भाषण देंगे। इस ऐतिहासिक प्राचीर से जब उन्होंने पहला भाषण दिया था 2014 में, तो उनके शासनकाल की शुरुआत का समय था और यह कहना गलत न होगा कि परिवर्तन और विकास के सपने पर हर भारतीय को विश्वास था। कुछ वामपंथी बुद्धिजीवियों को छोड़ कर हम सबको यकीन था कि मोदी भारत को बदल कर दिखाएंगे।...

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स्वतंत्र भारत की महानतम लेखिका-- रविभूषण

स्वतंत्र भारत के बांग्ला साहित्य में ही नहीं, भारतीय साहित्य में भी महाश्वेता देवी (14 जनवरी, 1926- 28 जुलाई, 2016) ने जो नयी जमीन और दिशा दी, उसे आज उर्वर और सार्थक बनाना जरूरी है. बहुत कम लेखकों की पारिवारिक पृष्ठभूमि साहित्यिक रूप से समृद्ध होती है. दिनेश रंजन दास और गोकुलचंद्र नाग ने बीसवीं सदी के आरंभिक दशक में जिस 'कल्लोल' पत्रिका का आरंभ किया था, उससे बांग्ला साहित्य...

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आंकड़ों में ही कम हो रही महंगाई - अनुराग चतुर्वेदी

बढ़ती महंगाई एक बार फिर चर्चा में है। वरना तो महंगाई का जिक्र चुनावी सभाओं या नीति आयोग जैसी संस्थाओं की गंभीर बैठकों में होता है। अर्थशास्त्री इसे मुद्रास्फीति से जोड़ते हैं तो किसान-दुकानदार 'मुनाफाखोरी" से। महंगाई पर चर्चा क्या सिर्फ आंकड़ों की कलाबाजी है या फिर यह हकीकत से भी जुड़ी है? सरकार का दावा है कि मुद्रास्फीति की दर दो अंकों से गिरकर एक अंक की हो गई...

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