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किसानों के अनुभव : समाज को निबटना होगा सूखे से, सरकार के भरोसे नहीं

लगातार दो कमजोर मॉनसून और लापरवाह जल-प्रबंधन के कारण देश में सूखे का संकट उत्तरोत्तर गंभीर होता जा रहा है. देश की करीब आधी आबादी सूखा और जल-संकट की चपेट में है. कई इलाकों में तो दो साल से अधिक समय से यह स्थिति व्याप्त है. अत्यंत गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ग्रामीण पलायन को मजबूर हैं. सरकारी तंत्र इस विपदा से निबटने में न सिर्फ...

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...तो मानसून से बेअसर रहेगी सोने की मांग और दाम

नई दिल्ली। आम तौर पर माना जाता है कि अच्छे मानसून की स्थिति में सोने की मांग बढ़ती है और कीमतों में तेजी आती है। लेकिन, पिछले 4 साल के आंकड़े इस मान्यता को गलत साबित कर रहे हैं। इस साल देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान लगाया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि सोने की मांग बढ़ेगी। लेकिन, इसका कोई ठोस आधार नहीं है।...

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‘गाइड’ के दृश्य का दोहराव क्यों?- शेखर गुप्ता

यदि आपने देव आनंद की 1965 की क्लासिक फिल्म ‘गाइड' देखी हो तो टीवी स्क्रीन पर सूखे से प्रभावित क्षेत्रों खासतौर पर महाराष्ट्र के दृश्य अापको पहले देखे हुए से लगेंगे। फिल्म के अंतिम हिस्से में राजू गाइड सूखे से प्रभावित क्षेत्र के एक मंदिर में शरण लेता है। गांव वालों को लगता है कि वे कोई पहुंचे हुए स्वामीजी हैं और ग्रामीण उसे तब तक उपवास करने पर मजबूर...

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देश की 585 मंडियां ई-ट्रेडिंग से जुड़ेंगी

कुरुक्षेत्र/बाबैन/लाडवा, 6 अप्रैल (हप्र/निस) देश की 585 मंडियों को ई-ट्रेडिंग के साथ जोड़ा जाएगा। किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिये सरकार फल व सब्जी के उत्कृष्ट केंद्रों का व्यवसायीकरण की योजना तैयार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को देश की बड़ी मंडियों से इस परियोजना को शुरू करेंगे। इस परियोजना में हरियाणा की मंडियों को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा देश में कम पानी में...

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मानसून रहा मेहरबान तो 7.6 फीसद रहेगी रफ्तार

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक का मानना है कि अगर मानसून मेहरबान रहा तो चालू वित्त वर्ष 2016-17 में देश की आर्थिक विकास दर 7.6 फीसद तक पहुंच सकती है। आरबीआई ने महंगाई की दर में अगले दो साल में वृद्धि की आशंका भी जताई है। हालांकि इस वर्ष में महंगाई की दर पांच फीसद के स्तर पर बने रहने की ही संभावना है। चालू वित्त वर्ष की पहली कर्ज नीति का...

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