रायपुर. आंबेडकर अस्पताल को भले ही राज्य का सबसे बड़े सुपर स्पेशलिटी हेल्थ सेंटर का तमगा दिया जाने लगा है, लेकिन मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं के नाम पर पुराना सिस्टम ही चल रहा है। गंभीर किस्म की बीमारियों के इलाज की उम्मीद लेकर आने वालों को यह जानकार हैरानी होगी कि यहां एक मरीज पर सरकार रोजाना केवल 1 रुपए 20 पैसे खर्च कर रही है। राज्य शासन ने अस्पताल का बजट 7 करोड़ तय...
More »SEARCH RESULT
नोएडा में जमीन तैयार कर रहे नक्सली
नोएडा [ललित विजय]। आर्थिक रूप से मजबूत होने के लिए नक्सली अब संपन्न क्षेत्रों में पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। नोएडा भी उनके निशाने पर है। यहां भी नक्सली लोगों को संगठन से जोड़ जमीन तैयार करने में लगे हैं। यह खुलासा दिल्ली स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किए गए एनसीआर के नक्सली कमांडर ने किया। दिल्ली पुलिस ने इसकी जानकारी नोएडा पुलिस को भी दे दी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल...
More »बथानी टोला नरसंहार के 23 दोषी
आरा, जागरण संवाददाता। बिहार के भोजपुर जिले के सहार थानांतर्गत बथानी टोला नरसंहार मामले में प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव ने बुधवार को 23 आरोपियों को दोषी करार दिया और अन्य 33 आरोपियों को मुक्त करते हुए उनकी रिहाई का आदेश दिया। बता दें कि बथानी टोला नरसंहार में तीन माह की बच्ची समेत 21 लोगों की हत्या कर दी गई थी। मारे गए लोगों में अधिकांश महिलाएं थीं। विशेष लोक...
More »ओवरलोड हुईं राज्य की जेलें
राजेश 'योगी', जालंधर सूबे की जेलों में विस्फोटक स्थिति बनती जा रही है। क्राइम का ग्राफ बढ़ने तथा कैदियों को रखने की क्षमता का विस्तार न होने के चलते आने वाले समय में जेलों की स्थिति खतरनाक होने जा रही है। सूबे की कई जेलों में तीन-तीन गुणा अधिक कैदी ठूंसे हुए हैं। इसका असर जहां इन्हें सुधारने के कार्यक्रमों पर पड़ रहा है, वहीं जेलों में भी जगह के लिए लड़ाई आम होती जा रही...
More »भूखे बुंदेलों के हक पर अमीरों का डाका
उरई। बुंदेलखंड के बीहड़ में बसे गांवों के लोग भुखमरी के मुहाने पर खडे़ हैं। उरई जिले के नंदीगांव व रामपुरा ब्लाकों के दर्जनों गांवों के बाशिंदों के घरों में महीने में बमुश्किल 15 दिन ही चूल्हा जलता है और वह भी एक समय। ज्यादातर भूमिहीन और गरीबों के पास बीपीएल और अंत्योदय कार्ड तक नहीं हैं। पूरा भोजन ना मिलने से महिलाएं, पुरुष और बच्चे कुपोषण का शिकार हैं। दलित बाहुल्य गांवों की हालत...
More »