SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 319

बेमौसम बारिश के चलते गेहूं के दामों में आ सकती है तेजी

आने वाले दिनों में हाजिर बाजार में गेहूं की कीमतें बढ़ सकती हैं, इसकी मुख्य वजह रबी फसलों की कटाई में हुई देरी है। जानकारों का मानना है कि हाजिर बाजार में गेंहू की कीमतें 1,700 रुपए प्रति क्विंटल के स्तरों को छू सकती हैं। क्यों बढ़ सकती हैं कीमतें   बेमौमस बारिश से मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र रबी फसल को नुकसान। आकलन के मुताबिक बेमौसम बारिश के चलते...

More »

कमजोर मानसून का असर चीनी, सोयाबीन और ग्वार पर

गुरुवार को मानसून विभाग ने रिपोर्ट जारी करके मानसून के कमजोर रहने का अंदेशा जताया है। इसके चलते मुख्य प्रभावित होने वाले राज्यों में पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा हैं। कमोडिटी बाजार के लिहाज से कल ग्वार, सोयाबीन, चीनी के भाव महत्वपूर्ण रह सकते हैं। आईगुरू रिसर्च के सीईओ शिव श्रीवास्तव का मानना है कि धान, ग्वार, सोयाबीन, चीनी जैसी कमोडिटीज पर इस कमजोर बारिश का सबसे अधिक असर...

More »

अप्रैल की बारिश से वनोपज फसलों को भारी नुकसान - सचिन चतुर्वेदी

मुश्किल : बारिश के चलते पहाड़ी एवं मैदानी इलाकों में रबी फसल भी प्रभावित प्रभावित मौसम की मार तैयार खड़ी रबी फसलों और जंगलों में मौजूद वनोपज पर पड़ा अलग-अलग इलाकों में आए अंधड़-पानी ने साल बीज को काफी क्षति पहुंचाई इससे पहले पानी के चलते इमली की फसल को काफी नुकसान हुआ था 50' तक फसल बरबाद हुई है संग्राहकों के मुताबिक इस बार साल बीज की छत्तीसगढ़ में इस साल की शुरुआत से मौसम...

More »

बागवानी पेड़ लगाने के लिए 352 करोड़ -

राजस्थान व एमपी में तूफान से हुए नुकसान की भरपाई के लिए पहल केंद्र सरकार बागवानी फसलों के पेड़ दुबारा लगाने के लिए किसानों को 352 करोड़ रुपये की मदद देगी। मार्च में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में बेमौसमी बारिश और तूफान से बागवानी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। एक सरकार सूत्र ने बताया कि इसके अलावा केंद्र ने कर्नाटक में किसानों को 92 करोड़ रुपये की मदद...

More »

इस बार के चुनाव में खेती-किसानी मुद्दा क्यों नहीं है- हरवीर सिंह

इंदिरा गांधी के इमरजेंसी राज के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जिस जनता पार्टी ने सत्ता से बेदखल किया, उसका चुनाव चिह्न हलधर था। उस चुनाव का एक नारा था, देश की खुशहाली का रास्ता खेतों और गांवों से होकर जाता है। साफ है कि तब राजनीति के केंद्र में किसान और गांव-देहात था। अब सोलहवीं लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इस चुनाव में मध्यवर्ग,...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close