यदि आप किसी गांव में जाएं और ग्रामीणों से पूछें कि यहां रहने वाले लोगों में से कौन गरीब हैं, तो उनके लिए इस सवाल का जवाब देना कठिन नहीं होगा। शायद वे किसी दृष्टिहीन विधवा का नाम बताएं, या किसी बुजुर्ग दंपती की ओर इशारा करें, जो भीख मांगकर पेट भरते हैं, या कर्ज के बोझ तले दबे किन्हीं किसानों का उल्लेख करें। वे गरीबों की अपनी सूची में पिछड़ी जाति के...
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सैकड़ों झोंपड़ियां डूबीं, दाने दाने को मोहताज लोग
दानापुर : बाढ़ से दियारे की सात पंचायतों की स्थिति भयावह बनी हुई है. बाढ़ के पानी में सैकड़ों झोंपड़ियां डूब गयी हैं व कई तेज धारा में बह गयी हैं. लोग दाने-दाने के लिए मोहताज बने हुए हैं. वही खेतों में लगी फसल भी बह गयी है. बाढ़ग्रस्त लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लिये हुए हैं. दियारे की सातों पंचायतों में करीब तीन-चार फुट पानी बह रहा है. कासीमचक पंचायत की...
More »उप्र के विधायक व मंत्रियों के घर के बच्चे सरकारी स्कूल में नही पढ़ते है
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधायक और मंत्री अपने बच्चों को सरकारी प्राथमिक स्कूलों में नही पढ़ाते है। मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विधानसभा प्रश्नोत्तर काल के दौरान सूबे में बेसिक शिक्षा की बदहाली खुल कर सामने आयी। सदस्यों के सवालों से घिरी बेसिक शिक्षा मंत्री सवाल के जवाब से बचने की कोशिश में लगे रहे। सपा विधायक जोखूलाल यादव ने पूरक सवाल के रूप में मंत्री से पूछा कि प्रदेश...
More »गरीबी और अमीरी का पैमाना- हर्षमंदर
मई की एक तपती हुई दोपहर को मैं नई दिल्ली में योजना आयोग भवन के सामने एक विचित्र विरोध प्रदर्शन में सम्मिलित हुआ था। प्रदर्शनकारी तख्तियां लहरा रहे थे, जोशोखरोश से नारे लगा रहे थे, लेकिन साथ ही वे देश की शीर्ष योजना निर्मात्री संस्था के सदस्यों के लिए कुछ ‘भेंट’ भी लेकर आए थे। उनकी भेंट ठुकरा दी गईं और प्रदर्शनकारियों की भीड़ को पुलिस ने मामूली झड़प के बाद...
More »स्टूडेंट 3.57 लाख, किताबें मात्र 2.39 लाख को
रांची. रांची जिले में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में सत्र शुरू हुए तीन माह बीत गए, बावजूद स्कूल में नियमित उपस्थित रहने वाले 30 फीसदी से ज्यादा छात्रों को किताबें नहीं मिली है। शिक्षा विभाग के आंकड़ों पर गौर करे तो रांची जिले के करीब 2600 प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में 3 लाख 57 हजार विद्यार्थी नामांकित है। जिसमें से 2 लाख 39 हजार 741 छात्रों को ही किताबें मिली हैं।...
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