न्यूज़लॉन्ड्री, 10 नवम्बर इस साल एक नवम्बर को देश की राजधानी दिल्ली पूरी तरह से प्रदूषित जहरीली हवा के चंगुल में दिखी. इस दिन इस साल के वायु प्रदूषण के सारे रिकॉर्ड टूट गए जब शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 424 (बहुत खराब) तक जा पहुंचा. यह दिल्ली या उत्तर भारत के कई राज्यों के लिए सर्दियों में आम बात है. सर्दियों में इस तरह के वायु प्रदूषण से जूझने...
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एयर क्वालिटी ट्रैकर: दिल्ली में फिर बिगड़ा वायु गुणवत्ता का स्तर, 372 दर्ज किया गया सूचकांक
डाउन टू अर्थ, 08 नवम्बर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 08 नवंबर 2022 को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के 172 शहरों में से केवल 10 में हवा 'बेहतर' रही, जबकि 40 शहरों की श्रेणी 'संतोषजनक', 66 में 'मध्यम' रही। वहीं 39 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खराब दर्ज किया गया, जबकि 17 शहरों बल्लभगढ़ 311, बेगूसराय 355, भिवानी 327, दिल्ली 372, फरीदाबाद 345, गाजियाबाद 333, ग्रेटर...
More »जलवायु परिवर्तन सम्मेलन: पहले दिन कुछ खोया कुछ पाया
कार्बन कॉपी, 07 नवम्बर मिस्र में चल रहा जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के पहले दिन ही खींचतान और दांवपेंच का दौर शुरू हो गया. भारत और विकासशील देशों के लिए यह बहुत अहम वार्ता है. विशेष रूप से साल 2022 में हुई एक्सट्रीम वेदर की घटनाओं को देखते हुए. ऐसे में यह जानना ज़रूरी है कि भारत सरकार जो कि इस सम्मेलन की अहम भागीदार है उसका रुख क्या रहेगा? अच्छी ख़बर यह...
More »पुरानी पवन चक्कियों की क्षमता बढ़ाने की नई नीति से कैसे बदलेगा ऊर्जा क्षेत्र
मोंगाबे हिंदी, 3 नवम्बर भारत सरकार के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने हाल ही में पवन ऊर्जा को देश में बढ़ावा देने के लिए एक ड्राफ्ट नीति जारी की है। इस नीति का उदेश्य देश में पुरानी और कम क्षमता वाली पवन चक्कियों को आधुनिक और ज्यादा क्षमता वाली पवन चक्कियों से बदलने का है। भारतीय पवन ऊर्जा संस्थान (एनआईडबल्यूई) का एक आकलन कहता है कि देश में पवन ऊर्जा की...
More »जीएम सरसों से तिलहन में आत्मनिर्भरता की दरकार
गाँव कनेक्शन, 3 नवम्बर देश में तिलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए अब जीएम सरसों की खेती होगी। भारत की जेनेटिक इंजीनियरिंग ऑपरेशन कमेटी (जीईएसी) ने जेनेटिकली मॉडिफायड (जीएम) सरसों की नई किस्म डीएमएच 11 को क्षेत्र परीक्षण के लिए जारी कर दिया गया है। पिछले अनुभवों के आधार पर देखा जाये तो भारत में अब तक जीएम फसल के रूप में सिर्फ बीटी कॉटन को ही अनुमति दी...
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