'इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इन दलित कास्ट' विषय पर सेमिनार में दीप प्रज्वलन को लेकर हुई रार में संस्थान की छवि हो गयी तार-तार पटना : सामाजिक आर्थिक विषयों पर रिसर्च के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज का परिसर शनिवार को जातीय जंग का अखाड़ा बन गया. 'इंटरजेनरेशनल मोबिलिटी इन दलित कास्ट' विषय पर आधारित एक विशेष सेमिनार में दीप प्रज्वलन को...
More »SEARCH RESULT
NCERT गाइडलाइन: प्री-स्कूल बच्चों के व्यवहार और आदतो का होगा अध्ययन
प्ले-स्कूल के बच्चों को अब पढ़ाई के साथ ही बल्कि उनकी आदतों और साथी स्टूडेंट से व्यवहार के आधार पर जांचा-परखा जाएगा। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने नई गाइडलाइन जारी की है। अब प्ले स्कूल जाने वाले बच्चों का आकलन उनके व्यवहार, चीजें साझा करने, एक दूसरे का ख्याल रखने की आदतों, मोम के रंग एवं पेंसिल सही से पकड़ने के तरीके सहित अन्य मानदंडों के आधार...
More »कोर्ट ही कोर्ट को बचा सकता है-- प्रो. फैजान मुस्तफा
भारत के विधि आयोग की 195वीं रिपोर्ट के आधार पर प्रस्तावित 'जजेज (इन्क्वाॅयरी) बिल, 2006' का उद्देश्य एक ऐसे न्यायिक मंच की स्थापना करना था, जो जजों के विरुद्ध शिकायतों से निबट सके. चार वरिष्ठ जजों का इसका सदस्य होना था. इसके अंतर्गत यह प्रावधान किया गया था कि जिस मामले में महाभियोग की जरूरत न हो, उसमें चेतावनी, परामर्श, फटकार, न्यायिक कार्यों से अलगाव या निजी या सार्वजनिक...
More »बिहार के कारण नहीं पिछड़ा भारत- डॉ शैबाल गुप्ता
पिछले दिनों नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने एक बयान दिया- 'बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के कारण भारत पिछड़ा बना हुआ है.' इस बयान में कोई सच्चाई नहीं है और न ही इसका कोई ठोस आधार ही है. इस बयान को दो ढंग से लिया जा सकता है. एक : शायद अमिताभ कांत भारत के अल्पविकसित होने के क्रम-काल को नहीं समझ पाये, इसलिए उनको लगा कि...
More »बेगाने होते बच्चे-- आशुतोष चतुर्वेदी
पहले तनाव सिर्फ वयस्क लोगों में होता था, लेकिन अब इसकी चपेट में बच्चे भी आ गये हैं. बच्चों में तनाव सबसे अधिक पढ़ाई को लेकर है, माता-पिता से संवादहीनता को लेकर है. परिवार, स्कूल और कोचिंग में वे तारतम्य स्थापित नहीं कर पाते और तनाव का शिकार हो जाते हैं. हमारी व्यवस्था ने उनके जीवन में अब सिर्फ पढ़ाई को ही रख छोड़ा है. रही सही कसर टेक्नोलॉजी ने...
More »