रालेगण सिद्धि (महाराष्ट्र). सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बाबा रामदेव की भूख हड़ताल का समर्थन करते हुए योगगुरु को चेताया कि वे सरकार के धोखे में नहीं आए। यह सरकार पहले मांगों पर सहमति दिखाकर बाद में मुकर जाती है। हजारे ने यह भी कहा कि वे रविवार को बाबा रामदेव के अनशन में शामिल होंगे। हजारे ने भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए कड़े लोकपाल कानून को लागू करने की मांग...
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तंबाकू की पत्ती से भी निकाल लिया प्रोटीन
अहमदाबाद. गुजरात के आणंद कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने तंबाकू की पत्ती में पाए जाने वाले प्रोटीन कन्सन्ट्रेट से प्रोटीन पाउडर अलग करने में सफलता हासिल की है। शोध का नेतृत्व करने वाले विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एडी पटेल ने बताया कि यह प्रोटीन पाउडर सफेद रंग का होता है। इसमें निकोटिन नहीं होता। वैज्ञानिकों ने प्रोटीन के स्रोत का विकल्प तैयार करने के लिए यह शोध किया। क्योंकि प्रोटीन के प्राकृतिक...
More »सरकार ने दिया धोखा, हम रामदेव के साथः अन्ना
महाराष्ट्रः अन्ना हजारे ने आज आरोप लगाया कि सरकार लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धोखा दे रही है और कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ़ योग गुरु रामदेव के अनशन आंदोलन में शामिल होंगे. गांधीवादी हजारे ने कहा कि भ्रष्टाचार को उखाड़ फ़ेंकने के लिए सरकार के पास इच्छाशक्ति का अभाव है. उन्होंने कहा, मैं बाबा रामदेव के आंदोलन में पांच जून को शरीक हूंगा. लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ़...
More »किसान से रिश्वत लेते तहसीलदार गिरफ्तार
जगदलपुर/रायपुर.साठ वर्षीय बुजुर्ग किसान से रिश्वत मांगना जगदलपुर के तहसीलदार ओपी धाभाई को महंगा पड़ गया। किसान विश्वनाथ सेठिया की शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी)की रायपुर से आई टीम ने तहसीलदार को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आज की रात तहसीलदार को हवालात में गुजारनी पड़ेगी। बुधवार को फिर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। एसीबी के डीएसपी डीएस नेगी ने बताया कि घाटपदमूर पंचायत...
More »अकाल, भुखमरी इस देश में कई समुदायों की जीवनसाथी है- विनायक सेन से आशीष कुमार अंशु की बातचीत
विनायक सेन को लेकर मीडिया और समाज में दो तरह की छवि है। एक विनायक सेन, जिन्हें हमेशा देश के दुश्मन के तौर पर पेश किया जाता है, दूसरे विनायक सेन वे जो आदिवासियों के शुभचिंतक हैं और गरीब समाज के मसीहा हैं। दोनों विचार अतिवादी हैं। इस तरह एक आम भारतीय असमंजस की स्थिति में है कि वह इन दोनों में से किसे सच माने और किसे झूठ! यदि हम मीडिया की नजर...
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