सरकार का दावा है कि लोगों में कुपोषण घटा है. नेशनल सैंपल सर्वे आर्गनाइजेशन (एनएसएसओ) की 66वीं अध्ययन रिपोर्ट में बताया गया है कि दो तिहाई लोग पोषण के सामान्य मानक से कम खुराक ले पा रहे हैं. योजना आयोग का मानना है कि हर ग्रामीण को न्यूनतम 2400 किलो कैलोरी व हर शहरी को न्यूनतम 2100 किलो कैलोरी का आहार मिलना चाहिए. जमीनी हकीकत क्या है, यह भी सरकारी...
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हरप्रीत कौर की अजब कहानी- राहुल कोटियाल
साल 2013. दिल्ली में इस साल की शुरुआत धरनों, प्रदर्शनों, भूख हड़ताल और नारों से हुई थी. 16 दिसंबर 2012 की शाम जो हादसा निर्भया के साथ हुआ उसने दिल्ली ही नहीं पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इसके बाद लाखों लोग सड़कों पर उतर आए थे. कहीं निर्भया को न्याय दिलाने की मांग थी तो कहीं महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए कानून बनाने के आंदोलन हो...
More »मैनपुरी में मिड-डे मील में छिपकली, 22 बच्चे बीमार, मचा कोहराम
मैनपुरी/आगरा। अब मैनपुरी के विकास खंड सुलतानगंज के सरकारी स्कूल में दलिया में छिपकली पाई गई। चावल के साथ छिपकली भी पक गई थी। इस मिड डे मील को खाने के बाद 22 बच्चे उल्टी करने लगे। बीमार बच्चों को गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। यह सूचना मिलने के बाद पूरे गांव में कोहराम मचा है। ग्रामीणों ने बीएसए को घेर लिया। शुक्रवार को भी सुबह से बीएसए...
More »खतरे से खाली नहीं स्कूल में पढ़ना
पोड़ैयाहाट गोड्डा निप्र: प्रखंड के राजकीयकृत प्लस टू विद्यालय डांडे को देखने से सरकार की झारखंड के नौनिहालों के प्रति गंभीरता का आकलन स्वयं हो जाता है। 50 साल पुराना भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है। छत टुकड़ों में गिरती रहती है। जहां बच्चों का बैठना खतरे से खाली नहीं। बच्चों ने भी कक्षा में बैठने से इंकार कर दिया है। मनीष कुमार बताते हैं कि क्लास रूम में...
More »एक बच्चे की कहानी, जो झकझोर देती है अंतर्राष्ट्रीय जर्नलिस्ट की आत्मा!
मुंबई. गरीबी पर 2005 की वर्ल्ड बैंक रिपोर्ट के मुताबिक भारत की कुल आबादी का 47.6% हिस्सा गरीबी रेखा के अंतर्राष्ट्रीय मानक से नीचे का जीवन जीने को मजबूर है. इसी तरह 2010 की UNDP रिपोर्ट बताती है कि देश की 37.2% आबादी गरीबी रेखा के राष्ट्रीय स्तर से नीचे का जीवन गुजर करती है. इस स्थित को देश के लगभग 6 करोड़ उन नौनिहालों को भी झेलना पड़ता है जिन पर...
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