केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सत्र 2015 की ओपन बुक परीक्षा का पाठ्यक्रम तैयार कर दिया है। इस दफा स्वच्छ भारत, मंगलयान व उड़ीसा में आए फैलिन तूफान से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। यह परीक्षा सिर्फ नौवीं और 11वीं के छात्रों के लिए होगी। बोर्ड की निदेशक डॉ. साधना पराशर ने बताया कि तमाम विषयों का पाठ्यक्रम ऑनलाइन जारी कर दिया गया है। इनमें से ही सवाल पूछे जाएंगे। नौवीं...
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‘हिंदी प्रदेश’ की पहचान के मायने- शैबाल गुप्ता
शैबाल गुप्ता जाने-माने अर्थशास्त्री और एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) के सदस्य सचिव हैं. पिछले दिनों इलाहाबाद स्थित गोविंद बल्लभ पंत सोशल साइंस इंस्टीट्यूट ने उन्हें 29वें ‘गोविंद बल्लभ पंत मेमोरियल लेक्चर' में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया था. इस अवसर पर बोलने के लिए उन्होंने जो विषय चुना, उसका शीर्षक था- ‘आइडिया ऑफ द हिंदी हार्टलैंड'. हिंदी में इसे ‘हिंदी प्रदेश की धारणा' कहा जा सकता है. इस...
More »मोबाइल लैब से होंगे छत्तीसगढ़ के ग्रामीण स्कूलों में प्रैक्टिकल
गंगेश द्विवेदी/रायपुर। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हो रहे हायर सेकंडरी स्कूलों में पढ़ने वाले विज्ञान के छात्रों को अब मोबाइल लैब के माध्यम से प्रैक्टिकल कराया जाएगा। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं अनुसंधान परिषद (सीकॉस्ट) ने फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के लिए तीन अलग-अलग लैब तैयार किए गए हैें। मोबाइल लैब तैयार करने की जिम्मेदारी बिलासपुर की साइंस सेंटर नाम की संस्था को दी गई है। बिलासपुर जिले से ही इसकी...
More »डिजिटल इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य
बीते 20 अगस्त को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की एक बैठक में महत्वाकांक्षी ‘डिजिटल इंडिया' कार्यक्रम को मंजूरी दी गयी. सरकार ने कहा है कि यह कार्यक्रम भारत को डिजिटल सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए निर्धारित किया गया है. डिजिटल इंडिया की प्रकृति रूपांतरकारी है व इससे सुनिश्चित होगा कि सरकारी सेवाएं नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से उपलब्ध हों. आज के नॉलेज में पेश है...
More »आप भी शुरू करें अपना रेडियो स्टेशन- आर के नीरद
मित्रों, पिछले अंक में हमने बात कि कैसे आप भी अपना अखबार निकाल सकते हैं और उसके जरिये गांव-पंचायत में बदलाव ला सकते हैं. इस अंक में हम बात कर रहे हैं सामुदायिक रेडियो की. आप जानते हैं कि जब गांवों में अखबार नहीं पहुंचा था, तब रेडियो ही लोगों के मनोरंजन, ज्ञान और सूचना का बड़ा माध्यम था. आज भी वहां रेडियो के कार्यक्रम और समाचार सुने जाते हैं,...
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