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पेड़ों की कार्बन डाई ऑक्साइड सोखने की क्षमता हो रही कम

कोलकाता: सुंदरवन में गरान ( मैनग्रोव) के पेड़ों की ग्रीन हाउस गैसों में प्रमुख कार्बनडाई आक्साइड को वातावरण से सोखने की क्षमता तेजी से घट रही है. ऐसा पानी के खारेपन, तेजी से हो रही वनों की कटाई तथा प्रदूषण के चलते हो रहा है. एक अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि विश्व के सबसे बड़े डेल्टा में गरान के वन, दलदल की घास, फाइटोप्लैंकटंस,...

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अगले महीने से स्वाइन फ्लू की दवाएं मिलना मुश्किल!

भोपाल (नप्र)। प्रदेश में स्वाइन फ्लू की दस्तक के बीच चिंता की बात यह है कि अगले महीने से अस्पतालों में इसकी दवा (टेमी फ्लू) मिलना मुश्किल है। दरअसल, केन्द्र सरकार ने दवा देने से हाथ खींच लिए हैं। वहीं पिछले सालों में आई दवाएं इसी महीने एक्सपायर हो रही हैं। यही नहीं बड़ी दिक्कत ये भी है कि बाजार में स्वाइन फ्लू की दवाएं नहीं मिल रही हैं। इधर विशेषज्ञों...

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गांव के सरकारी भवनों में भी लगेगा वाटर हार्वेस्टिंग

कोरबा (निप्र)। भूमिगत जल स्त्रोतों के घटते लेवल को संतुलित करने शुरू किए गए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के चलन की तैयारी अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी की जाने लगी है। सरकारी भवनों, नगर निगम क्षेत्र के निजी मकानों व आवासीय परियोजनाओं में इसकी अनिवार्यता पहले से ही लागू है। अब वाटर हार्वेस्टिंग पिटों का बड़े पैमाने पर ग्रामीण क्षेत्र के भवनों में निर्माण कराए जाने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने...

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अंधेरे की आहट : 27 प्लांट में केवल 4 दिन का कोयला बचा

नई दिल्ली। देश पर बड़ा बिजली संकट मंडरा रहा है। नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) ने केंद्र सरकार को बताया है कि उसके 27 पॉवर प्लांट्स के पास महज चार दिन का कोयला बचा है। सूत्रों के मुताबिक, एनटीपीसी के कुल सौ में से 27 थर्मल प्लांट में चार दिन या इससे कम का कोयला बचा है। इनमें से भी 17,000 मेगावॉट क्षमता के छह प्लांट में किसी भी वक्त बिजली...

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प्रवासी श्रमिक : जो लौट के घर ना आए - रमेश नैयर

युद्ध में धंसे इराक से किसी प्रकार दो-एक सौ कामगारों को मुक्त कराके स्वदेश लाया जा सका है। उनके जीवन और मृत्यु के बीच झूलते रहे दिनों के अनुभव व्यथित करते हैं। वे 40 लाख से अधिक उन प्रवासी भारतीयों की ओर भी ध्यान आकृष्ट कराते हैं, जो मध्यपूर्व के देशों में काम कर रहे हैं। उनका वर्तमान आजीविका के जुगाड़ में खप रहा है। भविष्य असुरक्षा भरे अनिश्चय की...

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