जमशेदपुर, जागरण प्रतिनिधि : पूरे विश्व में मात्र 46 वर्ष तक की जरूरत पूरी करने लायक ही आयरन ओर बचा है। ऐसे में लो ग्रेड ओर से अधिकाधिक आयरन रिकवरी की तकनीक विकसित करने की चुनौती वैज्ञानिकों के सामने है। नेशनल मेटलर्जिकल लेबोरेट्री (एनएमएल) में मिनरल प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी (एमपीटी) पर आयोजित तीन दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार के दूसरे दिन लौह खनिज के घटते भंडार की चुनौती से निपटने को लो ग्रेड ओर...
More »SEARCH RESULT
अनुत्तरित रहा पर्यावरण का प्रश्न- सुनीता नारायण
इसमें कोई संदेह नहीं कि कानकुन बैठक से दुनिया के देशों को बहुत कम उम्मीद थी और नतीजा भी ठीक वैसा ही रहा। कोपेनहेगन बैठक में शेष विश्व और औद्योगिक देशों के बीच जिन बिंदुओं को लेकर तकरार थी उनका कोई समाधान नहीं निकला। अब चर्चा का बिंदु इस पर है कि किसे कितना ज्यादा प्रदूषण फैलाने का अधिकार है अथवा होना चाहिए। आर्थिक लाभ और पर्यावरण संतुलन को लेकर पूरा विश्व...
More »विफलता का दूसरा चक्र कानकुन- महेश राठी
संयुक्त राष्ट्र संघ के जलवायु परिवर्तन सम्मेलनों की शुरुआत जहां दुनिया भर के राजनेताओं, पर्यावरणविदों और वैज्ञानिकों के लिए पिघलते हुए ग्लेशियर, जलस्तर बढ़ते महासागरों, धसकते पहाड़ों, बदलते मौसम और गर्म होती धरती की चिंताओं का केंद्र थी, वहीं कोपेनहेगन और कानकुन तक पंहुचते यह चिंता विकसित दुनिया के हितों को साधने की कूटनीतिक चालों को पूरा करने के साधन स्थलों में बदल चुकी थी। अंततोगत्वा इस नीले ग्रह को बचाने...
More »कोसी पुनरुत्थान को विश्व बैंक से मिलेगा एक हजार करोड़
पटना, जागरण ब्यूरो : कुसहा बांध टूटने से तबाह कोसी के इलाके के पुनरुत्थान के लिए विश्व बैंक आगे आया है। विश्व बैंक ने एक हजार करोड़ रुपये मदद पर सहमति दी है। इसके लिए बिहार सरकार विश्व बैंक/अंतर्राष्ट्रीय विकास अभिकरण के बीच वित्ताीय एवं परियोजना एकरारनामा किया जाना है। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में एकरारनामे के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गयी। कर्ज के रूप में मिलने वाली इस...
More »अस्वस्थ बच्चे अस्वस्थ देश के भविष्य
भारत के महापंजीयक की "भारत में मृत्यु के कारण" शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार पाँच साल से कम आयु के करीब आधे बच्चों का वजन सामान्य से कम है और इसका कारण कुपोषण है। ऋतु सारस्वत स्वास्थ्य और मानव विकास एक-दूसरे से घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं और यदि स्वास्थ्य का प्रश्न बच्चों से जुड़ा हुआ हो, तो यह और अधिक संवेदनशील विषय हो जाता है। हाल ही में...
More »