अधिकतर वेतनभोगी लोगों को सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक संबल देने के लिहाज से महत्वपूर्ण कर्मचारी भविष्य निधि में बदलाव हो रहा है, और यह पैसा अब शेयर बाजार में लगाया जा रहा है। यह पहले के प्रारूप से बिल्कुल अलग है, जिसके तहत पैसा केवल नियत वापसी के साधन के रूप में रखा जाता था। साल दर साल ब्याज दर घटने के साथ-साथ ईपीएफओ राशि के रिटर्न (लाभ) में भी...
More »SEARCH RESULT
मूडीज ने सूखे की आशंका से जोड़ी भारत की रेटिंग
नई दिल्ली। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारती की रेटिंग को सूखे की आशंका से जोड़ दिया है। उसका कहना है कि भारत इस साल सूखे की चपेट से बच सकता है। लेकिन, भविष्य में सूखा पड़ने या बारिश में कमी की आशंका से देश के सॉवरेन क्रेडिट पर दबाव बन सकता है। मूडीज का मानना है कि भारत में मानसून की चिंता एक हद तक कम हो गई है, लेकिन...
More »इस 15 अगस्त को क्या बोलेंगे मोदी? - परंजॉय गुहा ठाकुरता
यह देखना आश्चर्यजनक लगता है कि ऐतिहासिक जनसमर्थन से सत्ता में आई मोदी सरकार कितनी तेजी से अपना आधार गंवाती जा रही है। महज 15 माह पहले मई 2014 में 31.5 प्रतिशत पॉपुलर वोट के साथ यह सरकार सत्ता में आई थी। इसके बावजूद कॉर्पोरेट जगत की कद्दावर हस्तियों, दक्षिणपंथी चिंतकों, स्तंभकारों, बुद्धिजीवियों, जिनमें से कइयों ने मोदी सरकार में भरोसा जताया था और गर्मजोशी से उसका स्वागत किया था,...
More »गरीबी से जंग के भोथरे हथियार- रीतिका खेड़ा
पिछले दिनों न्यूयॉर्क टाइम्स में (अमर उजाला में भी, 24 जुलाई) प्रकाशित अपने लेख में सरकार के आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन और अर्थशास्त्री सिद्धार्थ जॉर्ज ने नकद हस्तांतरण को लेकर कुछ ज्यादा ही सरल और आशावादी विश्लेषण पेश किया। मगर नकद हस्तांतरण की मौजूदा व्यवस्था में इतनी त्रुटियां है, जिन्हें दूर किए बगैर खाद्य हस्तांतरण को नकद व्यवस्था में बदलने का सपना देखना बड़ी भूल होगी। जबकि 'जेएएम' (जैम-जनधन, आधार,...
More »महंगाई 6% से नीचे बनी रहेगी तो ही RBI घटाएगा ब्याज दरें: राजन
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि केंद्रीय बैंक उसी वक्त ब्याज दरों में कटौती करेगा, जब उसे यकीन हो जाएगा कि दरें घटने के बाद भी महंगाई 6 फीसदी से नीचे बनी रहेगी। उन्होंने जनवरी-मार्च 2016 में खुदरा महंगाई के करीब 6.1 फीसदी पर रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर राजन ने बुधवार को एक इंटरव्यू में कहा कि हम दरों में कटौती उसी...
More »