बढ़ती आबादी की खाद्यान्न मांग को पूरा करने के लिए बीज सेक्टर के विकास को राष्ट्रीय स्तर पर प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। कृषि क्षेत्र में दूसरी हरित क्रांति के लिए बीज की एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी। गुडग़ांव में इंडियन सीड कांग्रेस में हरियाणा किसान आयोग के अध्यक्ष आर एस परोदा ने कहा कि...
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इस साल भी गेहूं की होगी बंपर पैदावार
नई दिल्ली। पिछले साल की तरह इस साल भी गेहूं की बंपर पैदावार होने का अनुमान है। यह वर्ष 2012 के 9.39 करोड़ टन के बराबर ही रह सकती है। हालांकि, सरकार ने इसकी पैदावार 8.6 करोड़ टन रहने का ही अनुमान लगाया गया है। मगर कृषि सचिव आशीष बहुगुणा के मुताबिक अगर अगले दो महीने तक मौसम अनुकूल रहता है तो इसमें और बढ़ोतरी की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा...
More »गेहूं एमएसपी की वृद्धि से संतुष्ट नहीं किसान
मात्र 65 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी वृद्धि लागत बढ़ोतरी के मुकाबले बहुत कम पंजाब और हरियाणा के किसानों ने गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में सरकार द्वारा की गई 65 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ोतरी को नामंजूर कर दिया है। किसानों ने गेहूं उत्पादन की बढ़ी लागत के मुकाबले एमएसपी में बढ़ोतरी अपर्याप्त बताई...
More »किसानों की बर्बादी की योजना- देविंदर शर्मा
इससे अधिक नुकसानदेह और कुछ नहीं हो सकता। चीनी से नियंत्रण हटाने की योजना है। इससे गन्ना उगाने वाले किसान शुगर मिलों की दया पर निर्भर हो जाएंगे। रंगराजन कमेटी द्वारा गन्ने के स्टेट एडवाइस्ड प्राइस (एसएपी) को खत्म करने के सुझाव के बाद अब किसानों को फेयर एंड रेमुनेरेटिव प्राइस (एफआरपी) पर निर्भर रहना होगा। एफआरपी का निर्धारण केंद्र सरकार करती है और यह राज्य सरकारों द्वारा तय किए जाने...
More »गेहूं का उत्पादन घटाइए- भरत झुनझुनवाला
गत वर्ष गेहूं का रिकार्ड उत्पादन हुआ था. पूर्व के स्टॉक भी पर्याप्त मात्र में उपलब्ध थे. इस परिस्थिति में सरकार ने 2011 में गेहूं के निर्यात की स्वीकृति दे दी थी. कुछ निर्यात हुए भी हैं. गेहूं का उत्पादन हमारी जरूरतों से ज्यादा है. इस असंतुलन को ठीक करने के दो उपाय हैं. एक यह कि गेहूं की खपत अथवा निर्यात बढ़ाया जाये. दूसरा यह कि गेहूं का उत्पादन घटाया...
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