नई दिल्ली. वित्त मंत्रालय ने 1000 व 500 रुपए के नोटों को चलन से वापस लेने की मांग पर असहमति जताई है। 4 जून से राजधानी दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन करने जा रहे बाबा रामदेव ने सरकार से मांग की है कि भ्रष्टाचार और कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए 1000 व 500 रुपए के नोटों का चलन बंद किया जाए। क्या वजह : मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि...
More »SEARCH RESULT
2012 तक 73 हजार गावों में होगी बैंकिंग सुविधा
नई दिल्ली। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि देश में समग्र विकास कार्य के तहत साल 2012 के मार्च महीने तक दो हजार से अधिक जनसंख्या वाले 73 हजार गावों को औपचारिक तरीके से बैंकिंग नेटवर्क में शामिल कर लिया जाएगा। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एक कार्यक्रम में मुखर्जी ने कहा कि साल 2010-11 का लक्ष्य ऐसे गावों में बैंकिग सुविधा लाने की पूरा हो चुका है और मुझे विश्वास...
More »सीएसई का बारहवां मीडिया फैलोशिप- आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ायी गई
सेंटर फॉर साईंस एंड एन्वायर्न्मेंट (सीएसई) की पापिया समजदार से प्राप्त सूचना के अनुसार सीएसई के बारहवें मीडिया फैलोशिप- वाटरबॉडीज इन इंडिया: पब्लिक स्पेस, प्राइवेट डिजायन- में आवेदन करने की अंतिम तिथि बढाकर 31 मई,2011 कर दी गई है। इस सिलसिले में किसी भी स्पष्टीकरण के लिए कृपया निम्नलिखित नंबर पर फोन या फैक्स करें- फोन: 011-29955124, 29955125, फैक्स: 011-29955879' 9811906977 ईमेल: उद्योग-धंधे, शहरीकरण, बढ़ती आबादी, आधे-अधूरे कानून-- जमीन ही नहीं जलाशयों पर भी इन सबका...
More »हसन अली की काली कमाई में महाराष्ट्र के तीन मुख्यमंत्रियों की हिस्सेदारी!
मुंबई. देश के सबसे बड़े ‘टैक्स चोर’ हसन अली की करोड़ों की काली कमाई में महाराष्ट्र के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की हिस्सेदारी की खबर सामने आने से सियासी हलके में हड़कंप है। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की पूछताछ में हसन अली ने खुलासा किया है कि उसके खाते में महाराष्ट्र के पूर्व तीन मुख्यमंत्रियों का पैसा जमा है। हालांकि इन मुख्यमंत्रियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। हसन अली ने ईडी के अधिकारियों...
More »आम बजट 2011-12: खास-खास बातें
नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था के वैश्विक आर्थिक संकट से पूर्व की स्थिति में पहुंचने का जिक्र करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को लोकसभा में वित्त वर्ष 2011-12 के लिए आम बजट पेश करते हुए भाषण की शुरुआत की। अपने शुरुआती भाषण में मुखर्जी ने कहा, 'हम उच्च विकास और चुनौतियों से भरपूर एक महत्वपूर्ण वर्ष के अंत में है। वर्ष 2010-11 में विकास दर अच्छी रही। अर्थव्यवस्था...
More »