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विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें

जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...

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26 साल, 19 जज, 8 दोषी, सजा 2 साल

भोपाल: दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी में मरे करीब ख्भ् हजार लोगों को ख्म् साल बाद न्याय मिला या नहीं, इस पर बहस अब भी जारी रहेगी। परंतु ख् और फ् दिसंबर, क्9त्तब् को भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के संयंत्र से निकली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट के कारण हुए हादसे पर क्9 जजों द्वारा की गई सुनवाई के बाद अंतत: अदालत का फैसला आ गया है। सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहन पी....

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.और 45वीं बार फेल हो गया पप्पू

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के 67 वर्षीय जब्बार हुसैन का दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने का सपना इस बार भी पूरा नहीं हो सका। वह लगातार 45वीं बार अनुत्तीर्ण हुए है लेकिन बिना नकल परीक्षा उत्तीर्ण करने की शपथ लेने वाले जब्बार ने हार नहीं मानी है, वह अगले साल फिर पूरे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में बैठेंगे। माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश की परीक्षा में संभवत: सबसे उम्रदराज परीक्षार्थी जब्बार छह विषयों...

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महिलाओं ने तोड़ी रूढि़यों की जंजीरें

हल्द्वानी [नैनीताल, कमलेश पांडेय]। पहाड़ की अबलाओं ने भी रूढि़यों की जंजीरों को तोड़ मान्यताओं के दुर्गम रास्तों को पार करना सीख लिया है। विभिन्न कारणों से वैधव्य झेल रही महिलाओं ने फिर से विवाह कर न सिर्फ मान्यताओं को खारिज किया, बल्कि अन्य लोगों के लिए जीवन की नई राह बनाई। सरकार ने इन साहसी महिलाओं को प्रोत्साहन योजना से 11-11 हजार रुपये देकर पुरस्कृत किया है। अल्मोड़ा जिले की नीलिमा [काल्पनिक नाम]...

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जेल में लिखी कामयाबी की इबारत

गोरखपुर [जासं]। जुनून, जोश व कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो हर मंजिल आसान हो जाती है। पक्का इरादा लेकर सफर पर निकलने वाले मुसाफिर की राह कोई नहीं रोक सकता। चाहे वह जेल की सलाखें ही क्यों न हों। गोरखपुर जेल से इंटरमीडिएट की परीक्षा में पास होकर सात बंदियों ने कामयाबी की इबारत लिख दी है। हालांकि इनकी सफलता में गोरखपुर जेल प्रशासन का भी योगदान कम नहीं है। जेल प्रशासन...

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