रांची : राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल 2017 पर केंद्र सरकार द्वारा उठायी गयी आपत्ति का जवाब देते हुए उसे फिर से केंद्र के पास सहमति के लिए भेज दिया है. राजभवन से बिल की कॉपी केंद्र सरकार को भेज दी गयी है. गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार के भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल 2017 को पुनर्विचार के लिए वापस कर दिया था. केंद्रीय...
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बाल विवाह उन्मूलन की राह-- रीता सिंह
पिछले दिनों बिहार के साढ़े चार करोड़ लोगों ने मानव शृंखला बना कर दहेज और बाल विवाह के विरुद्ध प्रतिबद्धता जाहिर की। जिस तरह राज्य की राजधानी पटना से लेकर गांव-कस्बों में कतारों में खड़े करोड़ों लोगों ने इस सामाजिक बुराई को खत्म करने का संकल्प व्यक्त किया वह यह रेखांकित करने के लिए पर्याप्त है कि जनजागरण के जरिए सामाजिक बुराइयों को मिटाया जा सकता है। एक साल पहले...
More »झारखंड : नौकरी के लिए 514 युवकों को नक्सली बता सरेंडर कराने का मामला..
रांची : दिग्दर्शन कोचिंग सेंटर की आड़ में पैसे लेकर युवकों को फर्जी तरीके से नक्सली बता कर सरेंडर कराने और फिर उन्हें नौकरी दिलाने के मामले में शामिल किसी भी पुलिस अधिकारी की संलिप्तता की जांच किये बिना ही केस को बंद कर दिया गया है. सिटी एसपी ने की थी अनुशंसा : सिटी एसपी अमन कुमार की अनुशंसा पर केस के अनुसंधानक लोअर बाजार थाने के प्रभारी सुमन...
More »झारखंड : पशु आहार की जांच प्रक्रिया में भारी गड़बड़ी..
रांची : गव्य निदेशालय की ओर से 4.65 करोड़ में खरीदे गये पशु आहार (मिनरल मिक्चर विद विटामिन एंड अमिनो एसिड) पर सवाल उठ रहे हैं. बताया जाता है कि आंध्र प्रदेश की कंपनी केपीआर एग्रोकैम से पशु आहार खरीदने के लिए बड़ी साजिश रची गयी. पशु आहार की जांच की प्रक्रिया में भी गड़बड़ी की गयी है. नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीडीबी) की प्रयोगशाला (सीएएलएफ) को पशु आहार...
More »अपनी जड़ों को खोजते वे भारतवंशी- बद्री नारायण
हिंदी पट्टी ने ब्रिटिश उपनिवेश काल में अनेक मुसीबतें झेलीं। इनकी दो मुसीबतें अत्यंत महत्वपूर्ण रही हैं, जिन्होंने मिलकर हिंदी क्षेत्र का वर्तमान रचा है। एक तो 1857 का विद्रोह, दूसरा गिरमिटिया विस्थापन, जिसे प्रवास, उत्प्रवास कुछ भी कहा जा सकता है। भोजपुरी के प्रसिद्ध नाटककार भिखारी ठाकुर ने इसे बिदेसिया हो जाना भी कहा है। 19वीं सदी में दास प्रथा की समाप्ति के बाद दुनिया में आक्रामक रूप से...
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