जगदलपुर (ब्यूरो)। नक्सल दहशत के चलते अपना घरबार छोड़कर पड़ोसी प्रदेशों में कई वर्षों से निर्वासित जीवन गुजार रहे दक्षिण बस्तर के आदिवासियों को सुरक्षित उनके गांव लाकर फिर से बसाने की कवायद की जा रही है। गांव छोड़कर गए ज्यादातर ग्रामीण सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक के हैं। लगभग 25 हजार आदिवासी कोंटा से सटे तेलंगाना के खम्मम व वारंगल जिले के ग्रामीण इलाकों में रह रहे हैं। आडिशा के...
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ओझल आदिवासी समाज- विनोद कुमार
जनसत्ता 26 अगस्त, 2014 : आदिवासी समाज के बारे में इधर हमारी दृष्टि बदली है। बावजूद इसके आदिवासी बहुल इलाकों के बाहर आदिवासी समाज के बारे में अब भी एक कौतूहल का भाव रहता है। इस परिप्रेक्ष्य में यह जानना दिलचस्प होगा कि गैर-आदिवासी समाज आज भी आदिवासी समाज को किस रूप में देखता है। राजनेताओं की नजर में आदिवासी समाज की अहमियत क्या है, इसे हम कुछ उदाहरणों से...
More »मानसून में रिकवरी से बढ़ी खरीफ की बुआई
पिछले 15 दिनों में हुई अच्छी बारिश से मानसून में तेजी देखने को मिल रही है। अब बारिश का फासला घटकर 23 फीसदी रह गया है। 31 जुलाई तक पूरे देश में 342.1 मिमी बारिश हुई है। पूरे सीजन में सबसे ज्यादा बारिश मध्य भारत में हुई है। इस रीजन में सामान्य से 16 फीसदी कम बारिश हुई है। 30 जुलाई को खत्म हफ्ते में 61.3 फीसदी दर्ज की गई...
More »बहुत कठिन है स्कूल तक की डगर- पंकज चतुर्वेदी
तेलंगाना के मेडक जिले में एक स्कूल बस के ट्रेन से भिड़ जाने के कारण 14 बच्चों की मौत ने देश को हिला दिया है। लेकिन यह ऐसी पहली खबर नहीं है। अभी जुलाई के पहले सप्ताह में ही राजधानी दिल्ली में बच्चों को स्कूल ले जा रही एक आरटीवी दुर्घटनाग्रस्त हो गई और वाहन का चालक घायल बच्चों को छोड़ भाग गया। इसी क्रम में सितंबर 2010 की राजधानी...
More »कम नहीं हुआ सूखे का खतरा:जुलाई में कम बारिश, देश के 60 फीसदी इलाके में सूखे का संकट बरकरार
नई दिल्ली. पिछले हफ्ते से भारत का कई हिस्सों में मॉनसून की बारिश ने जोर पकड़ा है। महंगाई दर के हाल ही में आए आंकडे भी साल 2012 के बाद के सालों में कम रहे है लेकिन, मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ये सूखे की हालत में किसी बड़े बदलाव के बड़े संकेत नहीं हैं। हालांकि पिछले महीने जहां देश में 43 फीसदी कम बारिश हुई थी वहीं अब बारिश की...
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