तावडू, संवाद सहयोगी : तावडू की भूमि के किए जा रहे अधिग्रहण के विरोध में 22 मार्च को तावडू नई अनाज मंडी में एक विशाल पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। यह बात भूमि बचाओ संघर्ष समिति के चौधरी सवाई सिंह सहरावत ने क्षेत्र के दो दर्जन से भी अधिक गावों के दौरे के दौरान कही। इस मौके पर उनके साथ मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन राकेश गर्ग, क्षेत्र के समाज सेवी...
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मुख्यमंत्री के पिता ने ठोका दावा-‘बासमती चावल हमारा’- कौशल किशोर चतुर्वेदी
भोपाल. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पिता प्रेम सिंह प्रदेश के पहले किसान बन गए हैं, जिन्होंने बासमती चावल को प्रदेश की विरासत बनाने के लिए प्रयास शुरू किया है। उन्होंने कृषि विभाग को यह हलफनामा दिया है कि जैत के उनके खेतों में पिछले सात दशक से बासमती चावल की खेती हो रही है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार का कृषि विभाग इन दिनों बासमती उत्पादन क्षेत्र के अंतर्गत मध्यप्रदेश...
More »भारतीय नागरिक नहीं हजारों रिफाइनरी श्रमिक!- मनीष शर्मा
रामां मंडी स्थित गुरु गोबिंद सिंह तेल रिफाइनरी में कार्यरत हजारों श्रमिक भारतीय नागरिक नहीं हैं, चौंकिए मत! ऐसा इसलिए क्योंकि देशव्यापी जनगणना के तहत अफसर उन्हें इसमें शामिल नहीं कर सके हैं। रिफाइनरी प्रबंधन से आपेक्षित असहयोग और श्रमिकों की सटीक जानकारी न मिलने से वहां जनगणना में जुटे कर्मचारी काफी परेशान रहे। जनगणना 28 जनवरी को खत्म हो चुकी है लेकिन सभी श्रमिक इसके दायरे में नहीं आ...
More »कृषि यंत्रों पर से हटे वैट व सेल्स टेक्स
जम्मू, जागरण संवाददाता : प्री बजट बैठक में किसानों ने एक-एक दिक्कतों को सरकार के समक्ष रखा और उनके समाधान की गुहार लगाई। सोमवार शाम तीन घंटे चली इस बैठक में वित मंत्री अब्दुल रहीम राथर ने किसानों की हर एक समस्या को बारीकी से सुना। उन्होंने बाहरी राज्यों से लाए जाने वाले कृषि यंत्रों पर सेल्स टेक्स व वैट हटाने की मांग की। किसानों ने कहा कि इन्हीं टेक्सों...
More »350 इकाइयों की आर्थिक सेहत बिगड़ी
मंडी। वित्त प्रबंधन के अभाव में प्रदेश की सैकड़ों सूक्ष्म, लुघ और मध्यम, औद्योगिक इकाइयों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। औद्योगिक इकाइयों के लिए लोन लेने के लिए कड़े बैंक नियमों के चलते ऐसी इकाइयों को समय पर उपलब्ध न हो पाने के कारण उत्पादन के मामले में पूरी तरह से पिछड़ चुकी है। बैंकों का सख्त रवैया वित्त सुविधा उपलब्ध न हो पाने के कारण पिछले एक दशक में...
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