अगर किसानों की आत्महत्या को किसानों की स्थिती का पैमाना माना जाए तो 2009 में किसानों के हालात बदतर हुए हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आकंडों के अनुसार भारत भर में 2009 के दौरान 17368 किसानों ने आत्महत्या की है. किसानों के हालात बुरे हुए हैं, इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि किसानों की आत्महत्या की ये घटनाएँ, 2008 के मुकाबले 1172 ज़्यादा है. इससे...
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लाल टमाटर भी कर रहा लाल
जालंधर। तड़के के राजा प्याज के साथ टमाटर की भी अहमीयत कम नहीं है। प्याज के दाम भले ही कुछ कम हुए हैं, लेकिन लाल टमाटर तड़के का अभी भी दुश्मन बन रहा है। 2-3 रुपए किलो बिकने वाले टमाटर की कीमतें आसमां छू रही हैं। यही टमाटर होलसेल में ही 30 रुपए प्रति किलो में बिक रहा है, जबकि रीटेल में टमाटर 50 रुपए प्रति किलो से कम नहीं है। प्याज के...
More »पंजाब में किसानों को लेबर की किल्लत
जालंधर। राज्य के किसानों को इन दिनों लेबर की कमी से जूझना पड़ रहा है। बिहार और यूपी में मजदूरों के लिए सुविधाएं मुहैया होने के बाद पंजाब की लेबर ने अपने राज्य की तरफ रुख कर लिया है। इस समय आलू, गाजर इत्यादि की फसल तैयार है, लेकिन पुटाई के लिए लेबर नहीं मिल रही। धान के सीजन में लेबर दोगुणा दाम मांगती है। पहले प्रति एकड़ 1000 रुपए लेकर धान...
More »' हमारी 108 ने दुनिया के सारे रिकार्ड तोड़े हैं '
नित्यानंद स्वामी, भगत सिंह कोश्यारी, नारायण दत्त तिवारी और भुवन चंद्र खंडूड़ी के बाद डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ राज्य के पांचवें मुख्यमंत्री हैं. पिछले 10 सालों में ‘राज्य की दशा और दिशा’ पर उन्होंने मनोज रावत से बात की अलग राज्य बनने के बाद दस वर्षों का क्या अनुभव है? मैं सोचता हूं कि इन वर्षों को राज्य के सुखद और आशाओं से भरे समय के रूप में देखा जा सकता...
More »नहीं थम रही है मजदूरों की घर वापसी
लुधियाना। मजदूरों की का सबसे भारी असर सूबे की औद्योगिक राजधानी लुधियाना पर पड़ा है। फैक्ट्रियों, कंपनियों के दरवाजे पर मजदूरों की वेकेंसी के बोर्ड लगे हुए हैं। उद्यमियों के मुताबिक मजदूरों की आवक में तीस से पैंतीस फीसदी तक की कमी आई है। यूपी,बिहार से आने वाले मजदूरों को नरेगा ने मोहा तो हिमाचल प्रदेश, जम्मू और उत्तराखंड से आने वाले मजदूरों ने भी कदम खींच लिए हैं। लुधियाना के...
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