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डरबन से क्या हासिल हुआ- अजय झा

जनसत्ता 20 दिसंबर, 2011: डरबन में जलवायु संकट पर अपने निश्चित समय से छत्तीस घंटे देर तक चली अंतरराष्ट्रीय शिखर वार्ता की सबसे खास बात यह थी कि किसी भी महत्त्वपूर्ण पहलू पर समझौता हुए बिना इसके परिणाम को एक बड़ी कामयाबी की तरह पेश किया गया। बकौल आयोजक और विकसित देश, समझौता अत्यधिक सफल रहा। मंत्री मशाबेन, जो कि वार्ता की अध्यक्ष थीं, ने पिछली अध्यक्ष मैक्सिको की पैट्रीशिया...

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डरबन से आगे की डगर- सुनील यादव

दक्षिण अफ्रीका के डरबन शहर में आयोजित संयुक्त राष्ट्र के जलवायु परिवर्तन सम्मेलन से लौटने के बाद अब विभिन्न देशों ने ‘क्या खोया- क्या पाया’ का आकलन शुरू कर दिया है। ऐसे में हम पाते हैं कि पर्यावरणीय चिंता के वैश्विक सवाल पर यूरोपीय संघ जहां विजेता की मुद्रा में है, वहीं हमारा देश ‘अड़ियल’ का खिताब लेकर लौटा है। संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन समझौते के अंतर्गत 1992 में ब्राजील के रियो...

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सरकार हीमोफीलस इनफ्लुएंजा के लिए पेंटावेलेंट वैक्सीन शुरू करेगी

नयी दिल्ली, 11 दिसंबर (एजेंसी) तीन साल से अधिक समय तक सोच विचार करने के बाद सरकार ने हीमाफीलस इनफ्लुएंजा के खिलाफ सुरक्षा उपाय के रूप में पेंटावेलेंट वैक्सीन शुरू करने का फैसला किया है। इस घातक विषाणु बीमारी से हर साल करीब एक लाख बच्चों की जान चली जाती है। राष्ट्रीय प्रतिरक्षण कार्यक्रम में इस दवाई को शामिल करने वाला भारत 171वां देश होगा। अमेरिका ने इस वैक्सीन को सबसे...

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विकास का विद्रूप- सुनील

राहुल गांधी ने पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के नौजवानों को फटकारते हुए जब कहा कि कब तक महाराष्ट्र में भीख मांगोगे और पंजाब में मजदूरी करोगे, तो कई लोगों को यह बात नागवार गुजरी। उनकी भाषा शायद ठीक नहीं थी। आखिर देश के अंदर रोजी-रोटी के लिए लोगों के एक जगह से दूसरी जगह जाने को भीख मांगना तो नहीं कहा जा सकता। वे अपनी मेहनत की रोटी खाते हैं, भीख या...

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दुनिया की आबादी हो गई सात अरब

नयी दिल्ली : विश्व की जनसंख्या आज को सात अरब हो गई. दुनिया की आबादी 12 साल में एक अरब बढ़ गयी है. यह तब हुआ है, जब चीन ने अपने यहां जन्म दर को काफी हद तक नियंत्रित कर रखा है. यदि उसने ऐसा नहीं किया होता, तो पांच साल पहले ही दुनिया सात अरब की हो गयी होती. चिंता की बात यह है कि 1960 के बाद परिवार नियोजन...

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