नई दिल्ली [सुरेंद्र प्रसाद सिंह]। देश के प्रमुख अन्न उत्पादक राज्यों में मानसून की देरी से संकट के बादल फिर मंडरा रहे हैं। जून का महीना इस क्षेत्र में खेती के लिए खराब साबित हुआ। इस दौरान इतनी बारिश नहीं हुई कि किसान हल चलाने निकल पड़ता। धान, सोयाबीन और मोटे अनाज की खेती वाले प्रमुख अन्न उत्पादक सात राज्यों में जून में 22 से 82 फीसदी तक कम...
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बिहार में किसान बेजार
बारिश की बेरुखी ने बिहार के किसानों को बेजार कर दिया है। इसकी वजह से राज्य में अब तक सिर्फ 40 फीसदी खेतों में ही रोपनी हुई है। बारिश के इंतजार में आसमान की ओर टकटकी लगाए किसान अब मध्यम और छोटी अवधि वाली फसलों को खेती करने की तैयारी कर रहे हैं। गया के किसान रामचंद्र सिंह बताते हैं, 'आर्द्र नक्षत्र शुरू हो गया है, लेकिन कहीं बारिश का नामोनिशान तक...
More »विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »हाईटेक होंगे कृषि विज्ञान केन्द्र, सरकार करेगी समस्याओं का समाधान
पटना राज्य के सभी कृषि विज्ञान केन्द्र हाईटेक बनाये जायेंगे। इन्हें एक माडल केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा, जहां जिले भर के किसान आकर आदर्श खेती के नूमने देख सकेंगे। कृषि विज्ञान केन्द्रों पर अब किसान बीज भी प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए हर केन्द्र पर बीज गोदाम बनाने की योजना है। ये बातें मंगलवार को कृषि विज्ञान केन्द्र के परियोजना निदेशकों की बैठक में...
More »इस गांव में थम जाए पांव
झंझारपुर [मधुबनी, सुनील कुमार मिश्र]। अब अनुमंडल के लखनौर प्रखंड स्थित गांव हरभंगा में किसी का भी पांव थम जाएगा। कारण, जैविक ग्राम का सपना यहां साकार होने की ओर है। जैविक खेती से गांव की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल रही है। यहां के सब्जी उत्पादक किसान सिर्फ जैविक खाद का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। 2011 तक पूरी तरह जैविक ग्राम बन जाने की उम्मीद पाले इस...
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