SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 353

मजदूर को मजबूर बनाने की नीति- सुभाष चंद्र कुशवाहा

विगत कुछ महीनों से देश में मजदूर आंदोलन की सुगबुगाहट निजी सेवा के अमानवीयकरण की व्यथा-कथा उजागर करने के लिए पर्याप्त है। हुंडई, अशोक ली-लैंड और मारुति-सुजुकी के मजदूर आंदोलनों ने औद्योगिक नीति की खामियों और मजदूरों के शोषण को उजागर किया है। यह तब हो रहा है, जब वैश्वीकरण ने मजदूर चेतना को न केवल कुंद किया है, बल्कि तमाम मजदूर संगठनों को उत्पादक विरोधी बताते हुए हाशिये पर...

More »

राजस्थान: तीन माह में भरे जायेंगे 50 हजार शिक्षकों के पद

जयपुर.शिक्षा मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने कहा है कि राज्य में अगले तीन माह में शिक्षकों के 50 हजार खाली पदों पर नियुक्तियां कर दी जाएंगी। उन्होंने शिक्षा के अधिकार कानून के तहत जन-जागरूकता और सामुदायिक प्रयासों को बढ़ावा देने के मकसद से प्रधानमंत्री द्वारा आगामी 11 नवंबर से शुरू किए जा रहे ‘शिक्षा का हक’ राष्ट्रीय अभियान की सफलता के लिए प्रदेश की ओर से पूरे समर्थन का भरोसा दिलाया है।...

More »

गरीबों की गिनती का सच : हर्ष मंदर

मानवीय अस्मिता के साथ जीवन बिताने के लिए किसी गरीब व्यक्ति को कितने पैसे की जरूरत हो सकती है? हम जिस समय में जी रहे हैं, उसमें ऐसा कभी-कभार ही होता है कि अखबारों के फ्रंट पेज और खबरिया चैनलों के प्राइम टाइम बुलेटिनों में यह सवाल सुर्खियों में आया हो। यह भी आम तौर पर नहीं होता कि इस पहेली ने मध्यवर्ग की चेतना को चुनौती दी हो। लेकिन जब...

More »

सरकार ने दिया ऐसा आदेश कि सभी निजी विद्यालय हो गए बंद

पटना. सरकार द्वारा निजी विद्यालयों का पंजीकरण अनिवार्य कराने के आदेश के विरोध में बुधवार को पटना सहित राज्य के सभी निजी विद्यालय बंद हैं। कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ पब्लिक स्कूल एसोसिएशन ऑफ बिहार के आह्वान पर राज्य के करीब 25,000 निजी विद्यालयों में ताले लटके हुए हैं। संघ के संयोजक डी.के. सिंह ने बुधवार को कहा कि सरकार का यह कदम उचित नहीं है, इससे देश को साक्षर बनाने में बड़ी...

More »

स्विस बैंकों के प्रति भारतीय रुख- हरिवंश(प्रभात खबर)

आज अगर विदेशों में रखे भारतीय धन पर कोई बात हो रही है, तो इसका श्रेय पूरी तरह अन्ना और बाबा रामदेव के आंदोलनों को ही है. दो वर्ष पहले जर्मनी के एक द्वीप में भारत के धन रखे जाने की खबर जर्मन सरकार ने भारत सरकार को दी, पर खूब हो-हल्ला के बाद भी कुछ नहीं हुआ. देश का धन अगर बाहर रहता है और देश के लोग गरीबी...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close