जबलपुर। बिजली की बढ़ती खपत को देखते हुए विद्युत नियामक आयोग ने एनर्जी जनरेट करने के दूसरे विकल्पों पर काम शुरू किया है। बायोगैस प्लांट, सोलर प्लांट के माध्यम से जनरेट एनर्जी को विद्युत कंपनी को बेचा जा सकेगा। आम लोग भी कम मात्रा में पैदा हुई एक्स्ट्रा बिजली को सेल कर इसका लाभ सकते हैं, बशर्ते लाइसेंस लिया गया हो। सरकारी इमारतों में सोलर प्लांट लगने शुरू हो गए...
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गांवों में मुफ्त इंटरनेट मुहैया करा सकती है, व्हाइट स्पेस टेक्नोलॉजी
दुनिया की अग्रणी सॉफ्टवेयर कंपनी ‘माइक्रोसॉफ्ट' भारत के सुदूर गांवों में मुफ्त इंटरनेट सुविधा प्रदान करने की योजना बना रही है. इसके लिए ‘ह्वाइट स्पेस टेक्नोलॉजी' का इस्तेमाल किया जायेगा. क्या है व्हाइट स्पेस और उससे जुड़ी तकनीक, कैसे हुई इसकी शुरुआत, दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में पहुंच के लिए कैसे सक्षम है यह तकनीक और क्या है इसका भविष्य, ऐसे ही पहलुओं के बारे में बता रहा है नॉलेज.. नयी...
More »बच्चों को स्कूल क्यों पसंद नहीं आता - पंकज चतुर्वेदी
वह बमुश्किल तीन साल की होगी, पापा की गोदी में जब कार से उतरी, तो चहक रही थी। जैसे ही बस्ता उसके कंधे पर गया, तो वह सुबकने लगी, रंग-बिरंगे पुते, दरवाजे तक पहुंची, तो दहाड़ें मारने लगी। वह स्कूल क्या है, खेल-घर है, वहां खिलौने हैं, झूले हैं, खरगोश और कबूतर हैं, कठपुतलियां हैं, फिर भी बच्ची वहां जाना नहीं चाहती। क्योंकि...
More »कालेधन के बारे में भारत को 1 फीसदी जानकारी ही है
पेरिस। छह साल पहले जिनेव स्थित एचएसबीसी बैंक के हजारों गुप्त खातों का खुलासा करने वाले बैंक के पूर्व कर्मचारी एर्वे फलचैनी ने कहा है कि काले धन के मामले में भारत को एक फीसदी जानकारी भी नहीं है। वर्तमान में फ्रांस में रह रहे फलचैनी ने कहा कि वह दूसरे देशों की मदद कर रहे हैं और भारत की मदद करने के लिए भी तैयार हैं। एक टीवी चैनल से...
More »शिक्षा में नया आयाम जोड़ रही मोबाइल टेक्नोलॉजी
आरंभ में मोबाइल फोन को लैंडलाइन फोन के विकसित विकल्प के तौर पर मुहैया कराया गया था. धीरे-धीरे इसमें कई खासियतें जुड़ती चली गयीं. अब स्मार्टफोन का जमाना है, जिसका बहुआयामी उपयोग पढ़ने-लिखने और सीखने के तौर-तरीके को भी बदल रहा है. किस तरह से स्मार्टफोन इन कार्यो को अंजाम देता है, क्या है एम-लर्निग और 4जी तकनीक तथा सोशल नेटवर्किग कैसे शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव ला रहा...
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